चावल खाने के फायदे!!! डाइटिंग के नाम पर न छोड़ें चावल
हम पूजा में भगवान को अक्षत चढ़ाते हैं, 6 माह के बच्चे को सबसे पहले अन्न में चावल दिया जाता है, हम बीमार होने पर चावल या खिचड़ी खाते हैं, हम बुजुर्गों को चावल या खिचड़ी खिलाते हैं, यहां तक कि हम पिंडदान भी चावल का करते हैं क्यों की प्राचीन काल से चावल एक मूल अनाज रहा है जो हर तरह से बच्चे बूढ़े सबके लिए हानि रहित है|
संगठित लूट के कुचक्र को समझें:
यदि चावल खाने से मोटापा बढ़ता तो बंगाली संसार के सबसे मोटे लोग होते लेकिन बंगाली अपनी दुबली काया के लिए जाने जाते हैं|
चावल को बदनाम करने के पीछे फ़ूड इंडस्ट्री की महत्वकांक्षाओं भरी साजिश है क्योंकि यदि गेहूं और चावल को बदनाम न किया जाता तो पैकेट में आने वाले हाई फाइबर ओट्स, कॉर्नफ्लेक्स मल्टीग्रेन आटा, मल्टीग्रेन बिस्किट, लो कैलोरी, लो कोलेस्ट्रॉल, ट्रांस फैट फ्री फूड प्रोडक्ट्स इत्यादि घर घर कैसे पहुंचाए जाते क्योंकि चावल और गेहूं भारत में प्रधान अनाजों के रुप में खाए जाते थे।
इसकी प्राचीन काल से स्वीकार्यता होने के पीछे इसके फायदे ही हैं ….आइये जानते हैं इसके फायदे;
चावल में फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, आवश्यक अमीनो एसिड, विटामिंस एवं मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं |
पके हुए चावल में स्टार्च 10% से भी कम रह जाता है।
चावल ही ऐसा अन्न है जिसे पकाने में सबसे ज्यादा पानी की आवश्यकता होती है इसलिए चावल खाने पर पेट जल्दी भरता है।
चावल से होता है पाचनतंत्र मजबूत:
राईस से आंतों मे अच्छे बैक्टीरिया पनपते हैं जो पाचनतंत्र मजबूत करते हैं ।
शाकाहारियों के प्रोटीन का वाहक है चावल:
चावल का प्रोटीन शाकाहारी लोगों के लिए सर्वोत्तम प्रोटीन होता है जो कि बेहद सुपाच्य होता है ।
एमिनो एसिड का भण्डार है चावल:
चावल में शरीर के लिए अति आवश्यक एमिनो एसिड जैसे कि लाइसिन, मेथियोनिन, शाखंकित एमिनो एसिड, ट्रिपटोफान इत्यादि होते हैं l
ग्रोथ हार्मोन के लिए वरदान है चावल:
लाइसिन, ग्रोथ हार्मोन बनाने में मदद करता है जो कि हमारे शरीर की ग्रोथ और रिपेयर के लिए आवश्यक होता है |
गहरी नींद में ग्रोथ हार्मोन का लेवल ज्यादा होता है और शरीर की कोशिकाओं, हड्डियों, मांसपेशियों एवं त्वचा की रिपेयरिंग करता है, जिससे यह सभी अंग मजबूत बनते हैं |
बाल मजबूत होते हैं और चेहरे पर झुर्रियां नहीं आती हैं |
चावल का ट्रिपटोफान अनिद्रा और डिप्रेसन में है रामबाण:
ट्रिपटोफान, सिरोटोनिन नामक हार्मोन बनाता है जो कि अनिद्रा एवं डिप्रेशन की समस्या मे लाभदायक होता है | इसलिए रात के भोजन में चावल खाना ज्यादा लाभकारी होता है|
चावल एंटीआक्सीडेंट ग्लूटाथिओन का संवाहक है:
मेथियोनिन, कॉलेजन फाइबर बनाता है जो स्किन और bones आदि को रिपेयर करके मजबूत बनाता है एवं
मेथियोनिन से एक प्रभावशाली एंटीआक्सीडेंट ग्लूटाथिओन (glutathione) बनता है जो शरीर से टॉक्सिन निकालकर हमें बीमारियों से बचाता है और यंग रखता है|
चावल में हैं जिम सप्लीमेंट:
शाखंकित एमिनो एसिड (Branched Chain Amino Acids) भी चावल में प्रचुर मात्रा में होते हैं जोकि मांसपेशियों को मजबूत करते हैं और चर्बी घटाते हैं। शाखंकित एमिनो एसिड (Branched Chain Amino Acids) को जिम जाने वाले, सेहत के प्रति सजग लोग सप्लीमेंट के रूप में लेते हैं ।
चावल में मौजूद फाइबर कब्ज की समस्या से मुक्ति दिलाते हैं|
चावल को दालें, दही या सब्जियों के साथ मिलाने पर एवं ऊपर से घी डालकर खाने से उसकी ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) कम हो जाती है जिससे ब्लड में शुगर धीरे-धीरे निकलती है जो कि केवल डायबिटीज के मरीजों के लिए ही नहीं बल्कि सभी व्यक्तियो के लिए बेहद लाभकारी होता है एवं बीमारियों से बचाए रखता है ।
ब्रांडेड चावल खरीदना है मूर्खता:
चावल किसी ब्रांड के ना लाकर लोकल ही लाने चाहिए । लोकल खाद्य पदार्थो में मौजूद बैक्टीरिया हमारे शरीर के बैक्टीरिया के समान होने से एलर्जी की संभावना नहीं होती है।
चावल डबल पॉलिश के नहीं लाने चाहिए बल्कि सिंगल पॉलिश या hand pounded लाने चाहिए । क्योंकि double polish में चावल के सभी फाइबर नष्ट हो जाते हैं ।
ब्राउन राईस को कहें न?
ब्राउन राइस नहीं खाना चाहिए क्योंकि वह पाचन की दृष्टि से भारी होते हैं एवं उनमें मौजूद अत्यधिक फाइबर अन्य पोषक तत्वों के अवशोषण में अवरोध पैदा करते हैं ।
साधारण व्यक्ति, डायबिटीज से ग्रसित व्यक्ति, मोटापा या हाई ब्लड प्रेशर या दिल की बीमारियों से ग्रसित व्यक्ति एवं सभी व्यक्ति दिन में 3 बार आराम से चावल उसी प्रकार खा सकते हैं जैसे वे गेहूं या अन्य अनाज खा सकते हैं।