मानव व्यवहार के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य | दिलचस्प मनोवैज्ञानिक तथ्य

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एक व्यक्ति जिस तरह से रेस्तरां के कर्मचारियों के साथ व्यवहार करता है, उससे उनके चरित्र के बारे में बहुत पता चलता है।

महिलाएं आमतौर पर गहरी कर्कश आवाज़ वाले पुरुषों को पसंद करती हैं क्योंकि वे अधिक आत्म विश्वासी लगते है |

पुरुषों की तुलना में महिलाओं के शरीर पर दुगने दर्द वाले रिसेप्टर्स होते हैं, लेकिन उनमें दर्द की सहनशीलता बहुत अधिक होती है।

ऐसे काम जिससे आप डरते हैं, आपको अंत में खुश करेंगे।

जिन लोगों में अपराध की भावना प्रबल होती है, वे दूसरे लोगों के विचारों और भावनाओं को समझने में बेहतर होते हैं।

हम जितने खुश रहेंगे, उतनी ही कम नींद की आवश्यकता होगी।

16 से 28 वर्ष की आयु के बीच की अवधि में पैदा हुई किसी भी दोस्ती के मजबूत और लंबे समय तक चलने की संभावना होती है।

जो लोग सबसे अच्छी सलाह देते हैं वे आमतौर पर सबसे अधिक समस्याओं से जूझ रहे होते हैं।

जो व्यक्ति जितना होशियार है, वह उतना ही तेज सोचता है, और उसकी लिखावट भी तेज होती है।

यदि आप किसी को अपने गोल बता देते हो तो आपके सफ़ल होने की संभावना कम हो जाती हैं,ऐसा इसलिए, क्यों कि आप मोटिवेशन लूज़ कर देते हैं।

हम जितना ज्यादा दूसरों पर खर्च करते हैं उतने ज्यादा खुश रहते हैं।

90% लोग मैसेज़ में वो चीज़े लिखते हैं जिन्हें वो कह नही सकते।

आप जिस तरह के गाने सुनते हैं उसी तरह से आप दुनिया को देखने लग जाते हैं।

18 से 33 साल की उम्र तक आदमी सबसे ज्यादा तनाव में रहता हैं।

आधे से ज्यादा समय आपका दिमाग केवल यादें दोहराता रहता हैं।

90% लोगो का दिमाग ये सोचता हैं कि काश कुछ पल के लिए समय पीछे चला जाएं।

अगर कोई नाख़ून चबाता हैं तो इसका मतलब वह बहुत परेशान हैं।

हम दिन की बज़ाय रात को आसानी से रो सकते हैं।

आपका दिमाग लोगो की बोरिंग बातो को री-राईट कर उन्हें मज़ेदार बना सकता हैं।

खुशी का पहला आंसू दाहिनी आँख से और दुख का पहला आंसू बाईं आँख से निकलता हैं।


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Shivesh Pratap

Hello, My name is Shivesh Pratap. I am an Author, IIM Calcutta Alumnus, Management Consultant & Literature Enthusiast. The aim of my website ShiveshPratap.com is to spread the positivity among people by the good ideas, motivational thoughts, Sanskrit shlokas. Hope you love to visit this website!

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