|| कुछ अपनी भी कमियाँ होती हैं… ||
मित्रों, लव जिहाद का एक कारण ये भी है की मध्यम वर्गीय हिन्दू युवा बहुत ज्यादा कैरियर के प्रति सजग हो रहा है | यदि हर पहलु को ध्यान में रखा जाय और फिर बिना इस्लामिक पूर्वाग्रह के सोचा जाए तो ऐसा है|
“पारिवारिक और सामाजिक दबाव” भी कैरियर के प्रति अधिक सजगता का कारण बनते हैं | हिन्दू माध्यम वर्ग में जो ब्रांड जीवन शैली का निर्माण हो रहा है उस कारण हिन्दू माध्यम वर्ग में एक सहज सामाजिक प्रतिस्पर्धा का असर दीखता है |
हिन्दू युवा भविष्योन्मुख होने की वजह से पैसे पर अधिक फोकस कर रहा है तथा स्वयं को वैश्विक प्रतिश्पर्धा की होड़ में शामिल कर रहा है और इस कारण सामाजिक मनोरंजन और आनंद की सहज प्रवृत्ति में थोडा कमी आई है |
ऐसे स्थिति में २० साल का हिन्दू युवा बड़े शहरों की ओर रुख कर रहा है और टियर २ और टियर ३ शहरों में २० साल से ३० साल के युवाओं की कमी आ रही है | इस स्थिति में पंचर जोड़ने वाला, दाढ़ी बनाने वाला और गोस्त काटने वाले सलमान, इमरान और अफताब टाइप मुल्ले शाम को मोटर साइकिल निकाल कर हिन्दू लड़कियों को इम्प्रेस नहीं करेंगे तो और क्या होगा | बाकी काम टेलीविजन के मुल्ले प्रेरित सिनेमा कर ही रहा है |