इंदिरा गांधी के अनमोल विचार
Indira Gandhi Quotes in Hindi
इंदिरा गाँधी का जीवन परिचय:
नाम: इंदिरा प्रियदर्शिनी गांधी (Indira Priyadarshini Gandhi)
जन्म: 19 नवम्बर 1917 इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश British India
पिता का नाम: जवाहरलाल नेहरू
माता का नाम: कमला कौल नेहरू
पति का नाम: फिरोज गांधी
बच्चे का नाम (संतान): राजीव गाँधी और संजय गाँधी
कार्यक्षेत्र: Politics
राष्ट्रीयता: भारतीय
मृत्यु: 31 अक्टूबर, 1984 दिल्ली
उपलब्धियाँ : भारत की तृतीय प्रधानमंत्री (देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी), 1972 में भारत रत्न पुरस्कार, 1972 में बांग्लादेश की स्वतंत्रता के लिए मैक्सिकन अकादमी पुरस्कार, 1973 में एफएओ का दूसरा वार्षिक पदक और 1976 में नागरी प्रचारिणी सभा द्वारा साहित्य वाचस्पति (हिन्दी) पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
इंदिरा गाँधी के प्रेरणादायी अनमोल विचार:
संतोष प्राप्ति में नहीं, बल्कि प्रयास में होता है। पूरा प्रयास पूर्ण विजय है।
मेरे दादा जी ने एक बार मुझसे कहा था कि दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं: वो जो काम करते हैं और वो जो श्रेय लेते हैं । उन्होंने मुझसे कहा था कि पहले समूह में रहने की कोशिश करो, वहां बहुत कम प्रतिस्पर्धा है |
शहादत कभी कुछ ख़त्म नहीं करती, ये तो बस एक शुरुआत है।
लोग अपने कर्तव्यो को तो भूल जाते है परन्तु अधिकारों को हमेशा याद रखते है।
अगर मैं इस देश की सेवा करते हुए मर भी जाऊ तो मुझे मेरे मरने पर गर्व होगा। मेरे खून की हर एक बूँद इस राष्ट्र के विकास में और इस देश को गतिशील और मजबूत बनाने में योगदान करेगी।
अगर मैं एक हिंसक मौत मरती हूँ, जैसा कि कुछ लोग डर रहे हैं और कुछ षड़यंत्र कर रहे हैं, तो मुझे पता है कि हिंसा, हत्यारों के विचार और कर्म में होगी, मेरे मरने में नहीं।
एक देश की ताकत अंततः इस बात में निहित है, कि वो खुद क्या कर सकता है, इसमें नहीं कि वो औरों से क्या उधार ले सकता है।
आपको आराम के समय किर्याशील रहना चाहिए और आपको गतिविधि के समय स्थिर रहना सीख लेना चाहिए।
उन मंत्रियों से सावधान रहना चाहिए, जो बिना पैसों के कुछ नहीं कर सकते और उनसे भी, जो पैसे लेकर कुछ भी करने की इच्छा रखते हैं।
कभी भी किसी दीवार को तब तक ना गिराओ, जब तक आपको ये पता ना हो कि यह किस काम के लिए खड़ी की गई थी।
इच्छा के बिना प्यार संभव नहीं है।
अपने आप को खोजने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप अपने आप को दूसरों की सेवा और समर्पण में खो दें।
आप बंद मुट्ठी से कभी हाथ नहीं मिला सकते।
यह कभी मत भूलों कि जब हम चुप हैं, तो हम एक हैं और जब हम बात करते हैं तो हम दो हैं।
क्षमा वीरों का विशेष गुण है।
देशों के बीच के शांति, व्यक्तियों के बीच प्यार की ठोस बुनियाद पर टिकी होती है।
क्रोध कभी बिना तर्क के नहीं होता लेकिन कभी-कभार ही एक अच्छे तर्क के साथ होता है।
जब मैं सुर्यास्त पर आश्चर्य या चाँद की खुबसूरती की प्रशंसा कर रही होती हूँ, उस समय मेरी आत्मा इन्हें बनाने वाले की पूजा कर रही होती है।
प्रश्न पूछने का अधिकार मनुष्य प्रगति का मुख्य अधिकार है।
मेरे पिताजी एक राजनेता थे और मैं एक राजनैतिक महिला हूँ, मेरे पिताजी एक संत थे पर मैं संत नहीं हूँ।
इन्दिरा गांधी