ओरगेनो क्या है ? एवं ओरगेनो के फायदे
What is Oregano? and benefits of oregano in Hindi
अजवायन के हरे पत्ते को हम Oregano के नाम से जानते है| ओरेगेनो Oregano को ‘पिज्जा हर्ब’ के रुप में भी जाना जाता है। ज्यादातर लोग ओरेगेनो का सिर्फ पिज्जा में स्वाद बढ़ाने वाले तत्व के रुप में जानते हैं। लेकिन ओरेगेनो सेहत के लिए बहुत ही उपयोगी हर्ब में से एक हैं। आइये जानते है ओरगेनो क्या है ?…
वानस्पतिक नाम: ओरिगानम वल्गरे
ओरगेनो का हिंदी नाम: अजवायन की पत्ती (सथ्रा)
विदेशी नाम:
- French : Origan
- German : Oregano
- Greek : Origanon
- Spanish : Oregano
परिवार: लामिएसी
वाणिज्यिक अंग: पत्ता एवं मुकुल (कली)
ओरेगेनो में मौजूद पोषक तत्व:
- विटामिन A, C और E कॉम्पलैक्स के साथ जिंक, मैग्निशियम, आयरन, कैल्शियम, पौटेशियम, कॉपर, मैगनीज भी पाया जाता है।
ओरेगेनो का परिचय:
ओरगेनो चढनेवाली जडों, 30-90 से.मी. ऊँचा, शाखित लकडीदार तने एवं विपरीत, सवृंत एवं रोमिल पत्तोंवाला 1.5 से.मी. लंबे चिरस्थाई शाक है।
फूल फीके बैंगनी रंग वाले हैं और पुष्पण की अवधि जून अंत से अगस्त तक है। बाष्पशील तेलवाली छोटी ग्रन्थियों से पर्णावाली बिन्दुकित होती है जो उस पौधे को ऐरोमा और रेग प्रदान करती है।
ओरेगेनो का वृक्ष एवं उत्पादन:
ओरगेनो मेडिट्टरेनियन क्षेत्र देशज है लेकिन यह मेक्सिको, इटली, तुर्की, डोमिनिकन रिप्पब्लिक एवं ग्रीस में बढाया जाता है|
भारत में यह शीतोष्ण हिमालय में कश्मीर से सिक्किम तक पाया जाता है। यह एक कडा पौधा है और सभी गरम बागान मृदाओं में बढाया जा सकता है।
पौधे केलिए शीतोष्ण से उपोष्ण जलवायु अभिकाम्य है और यह तरल, अच्छी निकासवाली मिट्टी में धूपवाली हालत में बढता है।
ओरेगेनो का उपयोग:
ओरगेनो मांस, सॉसेज, सलाद, सजावट, स्टयू एवं सूप में प्रयुक्त होता है
खाद्य उद्योग में, खाद्य एवं पेयों में ओरगेनो तेल व तैलीराल प्रयुक्त किया जाता है।
ओरेगानो लगभग किसी भी टमाटर से बने व्यंजन के साथ बेहद अच्छा लगता है। साथ ही यह मिर्च, स्पेघटी सॉस, पिज़्जा, ज़ुकीनी, ब्रॉकली और फूलगोभी जैसे तेज़ सवाद वाली सब्ज़ीयों के साथ अधिकतर उपयोग किया जाता है|
ओरगेनो तेल में वातहर, आमाशयिक, मूत्रवर्ध्दक, प्रस्वेद (स्वेदकारी) गुण निहित है|
Oregano प्रतिऑक्सीकारक एवं प्रतिसूक्ष्मजीवाण्विक गुणविशेषताओं से युक्त है।
ओरगेनो के फायदे (oregano uses in hindi):
अपच, गैस, खाँसी, पेशाब संबंधित बिमारी, फेफड़ो से संबंधित बिमारी, सरदर्द, गले में सूजन से आराम पाने के लिए और मासिक धर्म को बढ़ाने के लिए ओरेगानो से बनी चाय पीकर देखें।
घावों के उपचार में बाहरी तौर पर यह प्रयुक्त किया जाता है। यह प्रतिऑक्सीकारक एवं प्रतिसूक्ष्मजीवाण्विक गुणविशेषताओं से युक्त है।
बंद नाक के लिए ओरेगेनो ऑयल की तीन बूंद को आधा कप उबले हुए पानी में मिला कर पी लें। आप चाहें तो स्टीम लेने के लिए तैयार किए गए पानी में भी ओरेगेनो ऑयल को डाल सकते हैं और दिन में दो बार स्टीम लें। इससे बंद नाक जल्द ही खुल जाएगी।
ओरेगानो के पत्तों को पीसकर इसके पेस्ट को लगाने से, गठिया, सूजन, खूजली, माँसपेशीयों मे दर्द और घाव के दर्द से आराम मिल सकता है।
औमतौर पर फ्लू होने पर सिरदर्द , बुखार, उल्टी, कफ, गले में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो एक गिलास पानी में ओरेगेनों की कुछ बूंद मिलाकर पीने से आपको इन लक्षणों से निजात मिल सकता है।
यह हृदय की तेज धड़कनों को नियंत्रित करता है और रक्तचाप जैसी गंभीर समस्या से भी छुटकारा दिलाता है।
ओरेगेनो में फेफड़ों को साफ करने वाले तत्व पाए जाते हैं जिसकी वजह से अस्थमा की समस्या से बचा जा सकता है। अगर आप अस्थमा की समस्या से ग्रस्त हैं तो ओरेगेनों टी ले सकते हैं
ओरेगेनो में फाइबर का अच्छा स्रोत है जो कैंसर पैदा करने वाले टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकाल देता है। एंटीबैक्टेरियल और एंटी इंफलामैटरी से भरपूर ओरेगेनों स्तन कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को भी दूर रखता है।
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Ye jhuthi baat hai. Oregano aur ajwain dono me bohot antar hai. Ye Dono alag plant ki family ko belong karte hai. Aur ye jhutha misleading fake article yaha se please remove kr dijiye