दलाई लामा के विचार, चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो के कथन | Dalai Lama Quotes in Hindi

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दलाई लामा के विचार, चौदहवें दलाई लामा तेनजिन ग्यात्सो के कथन 
Dalai Lama Quotes in Hindi

दलाई लामा की जीवनी:

नाम:  तेनजिन ग्यात्सो (Tenzin Gyatso) 

जन्म: 6 जुलाई 1935 Taktser, Qinghai, Republic of China

पिता का नाम: चोक्योंग त्सेरिंग

 माता का नाम: डिकी त्सेरिंग

चौदहवें दलाई लामा तिब्बत के राष्ट्राध्यक्ष और आध्यात्मिक गुरू हैं।

दलाई लामा पुस्तकें: काइंडनेस, क्लेरिटी एंड इनसाइट 

उपलब्धियाँ:  Dalai Lama तिब्बत के 14 वें धर्मगुरु हैं, 1989 में दलाई लामा को  विश्व-शांति का ‘नोबेल पुरस्कार’ दिया गया, ‘लियोपोल्ड लूकस पुरस्कार’ से भी सम्मानित किया गया |

 

दलाई लामा के पांच सूत्रीय शांति योजना:

  1. सम्पूर्ण तिब्बत को एक शांति क्षेत्र में परिवर्तित किया जाए।
  2. चीन उस जनसंख्या स्थानान्तरण नीति का परित्याग करे जिसके द्वारा तिब्बती लोगों के अस्तित्व पर खतरा पैदा हो रहा है।
  3. तिब्बती लोगों के बुनियादी मानवाधिकार और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का सम्मान किया जाए।
  4. तिब्बत के प्राकृतिक पर्यावरण का संरक्षण व पुनरूद्धार किया जाए एवं तिब्बत को नाभिकीय हथियारों के निर्माण व नाभिकीय कचरे के निस्तारण स्थल के रूप में उपयोग करने की चीन की नीति पर रोक लगे।
  5. तिब्बत के भविष्य की स्थिति और तिब्बतियों तथा चीनियों के आपसी संबंधों के विषय में गंभीर बातचीत की शुरुआत।

दलाई लामा के विचार:

 “दूसरों की मदद कर सकते हैं तो करें, ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो कम से कम उन्हें नुकसान मत पहुंचाएं”

 

सभी प्रमुख धार्मिक परम्पराएं मूल रूप से एक ही संदेश देती हैं प्रेम, दया,और क्षमा, महत्वपूर्ण बात यह है कि ये  हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा होनी चाहियें|

पुराने मित्र बिछड़ जाते हैं, नए मित्र मिल जाते हैं ये दिनों की तरह है, जैसे पुराना दिन बीत जाता है और नया दिन आ जाता है लेकिन महत्वपूर्ण है उसे सार्थक बनाना चाहे वह एक सार्थक मित्र हो या सार्थक दिन|

सच्चा हीरो वही है जो अपने क्रोध को जीत लेता है|

नींद सबसे अच्छा चिंतन है|

खुशी बनी बनाई नहीं मिलती उसके लिए तुम्हे कदम बढ़ाना पड़ेगा|

अपनी सफलता को जज करो की इसे पाने के लिए तुमने क्या खो दिया|

 हम बाहरी दुनिया में शांति कभी नहीं प्राप्त सकते हैं जब तक हम खुद के साथ शांति न बना लें|

जब तक संभव हो सके दयावान रहें यह हमेशा संभव है|

हम धर्म और ध्यान के बिना रह सकते हैं, लेकिन हम मानव स्नेह के बिना जीवित नहीं रह सकते|

कभी-कभी कुछ कह कर लोग अपनी एक प्रभावशाली छाप बना देते हैं आप चुप रहकर भी अपनी एक प्रभावशाली छाप छोड़ सकते हैं|

अपनी क्षमताओं को जान कर और उनमे यकीन करके ही हम एक बेहतर विश्व का नित्मान कर सकते हैं|

तुम्हारा उदेश्य किसी दूसरे से अच्छा होना नहीं बल्कि जैसे तुम पहले थे उससे अच्छा होना, होना चाहिए|

मंदिरों की आवश्यकता नहीं है, ना ही जटिल तत्त्वज्ञान की, मेरा मस्तिष्क और मेरा हृदय मेरे मंदिर हैं; मेरा दर्शन दयालुता है|

                                                                                                                                                             दलाई लामा Dalai Lama

 


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Shweta Pratap

I am a defense geek

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