प्याज के फायदे और नुकसान, प्याज के औषधीय गुण
Onions Benefits and Side effects In Hindi
प्याज एक घरेलू औषधि है:
प्याज का वैज्ञानिक नाम: एलियम सेपा (allium cepa)
प्याज का संस्कृत नाम: पलाण्डु
पलाण्डु का शाब्दिक अर्थ है: रोगों से शरीर की रक्षा करना
प्याज का अंग्रेजी नाम: Onion
प्याज में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, कैल्शियम, गंधक, फास्फोरस,आयरन आदि खनिज लवण पाए जाते हैं। प्याज इंसुलिन बढ़ाकर टाइप-2 डायबिटीज में राहत पहुंचाता है, मोटापा दूर करता है, हृदय रोग, उच्च रक्तचाप से बचाता है।
- प्याज में तामसी गंध होने के कारण साधनात्मक मनोभूमि के लिए प्रतिकूल आहार है परन्तु औषधीय प्रयोजन की दृष्टि से इसका आयुर्वेद ने बहुत गुणगान किया है।। प्याज दो प्रकार की होती है-सफेद और लाल।
- सफेद प्याज को औषधीय प्रयोग की दृष्टि से अधिक उपयोगी पाया है।
- चरक और सुश्रुत ने इसे बुद्धिवर्धक, शक्तिदाता तथा पौष्टिक माना है।
- प्याज से आंतों की क्रिया शक्ति बढ़ती है, दस्त साफ होता है। इसमें विषनाशक गुण भी है।
- दूषित पित्त मल मार्ग से बाहर निकालता है।
- नए शोध के अनुसार प्याज कैंसर के सेल्स को बढ़ने से रोकने वाला है। बड़ी आंत के कैंसर से बचाव करता है।
प्याज के औषधीय गुण:
तीक्ष्ण गंध, भूख बढ़ाने वाला, मन के रजोगुण तथा तमोगुण को बढ़ाने वाला, कब्ज, बवासीर, पीलिया मिटाने वाला, हिस्टीरिया, नपुंसकता, मूत्र की रुकावट एवं पथरी नष्ट करता है। हृदय की दुर्बलता मिटाने वाला, वातव्याधि, संधिवात दूर करने वाला, कम मात्रा में सेवन करने से कफनाशक, अनिद्रा, नकसीर, उदरशूल दूर करने वाला, मूत्राशयकी पथरी नष्ट करता है। घाव भरने का गुण भी है।
प्याज के फायदे:
हैजा में उपयोग:
प्याज का रस एवं समान मात्रा में पुदीने का रस मिलाकर पिलानेसे लाभ होता है।
प्याज 30 ग्राम, काली मिर्च 7 नग, मिश्री 20 ग्राम मिलाकर महीन पीसकर दो गिलास पानी में मिलाकर पिला दें।। आमाशय में जाते ही प्यास और घबराहट दूर हो जाएगी तथा उल्टी दस्त बंद हो कर रोगी धीरे धीरे स्वस्थ होने लगता है।
स्मरण शक्ति तथा जीवनी शक्ति बढ़ाने हेतु उपयोग:
सफेद प्याज का रस, अदरक का रस तथा शहद 5-5 ग्राम 2 ग्राम गोघृत मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से याददाश्त तेज होती है।। शारीरिक बल,ओज की वृद्धि होती है।
चर्म रोग में उपयोग:
प्याज का रस 60 ग्राम, पिसी मिश्री 10 ग्राम, पिसा हुआ सफेद जीरा 1 ग्राम मिलाकर सुबह निराहार प्रतिदिन सेवन करने से रक्तविकार दूर होता है, चर्म रोग मिटते हैं।
उल्टी होने पर:
प्याज का रस, अदरक का रस, शहद मिलाकर सेवन करने से लाभ होता है।
हिस्टीरिया, बेहोशी, मिर्गी में उपयोग:
सफेद प्याज को काटकर ताजा टुकड़ा नाक के पास रखकर बार बार सुंघाने से दौरा दूर होता है।
प्याज के फायदे बालों के लिए:
असमय सिर के बाल झड़ने पर प्याज का रस शहद में मिलाकर लेप करने से कम उम्र में झड़ने वाले बाल पुनः उगने लगते हैं।
शारीरिक विकास रुकने पर:
शारीरिक विकास रुक जाने पर बच्चों को 20 ग्राम प्याज, 10 ग्राम गुड़ के साथ नित्य खिलाने से शारीरिक वृद्धि वाले हार्मोन सक्रिय हो जाते हैं।
उच्च रक्तचाप में उपयोग:
प्याज रक्त का थक्का बनने से रोकता है। सुबह शाम 20 ग्राम प्याज के रस में 20 ग्राम शहद मिलाकर चाटने से उच्च रक्तचाप में लाभ होता है। ब्लाकेज दूर होता है।
क्षय रोग में उपयोग:
100 ग्राम प्याज नित्य घी में भूनकर 21 दिन तक सेवन करने से क्षय रोग के विषाणु नष्ट होते हैं, सड़न दूर होती है। फेफड़े स्वस्थ होते हैं।
उल्टी दस्त में उपयोग:
भोजन के अजीर्ण के कारण उल्टी दस्त होने पर प्याज का रस 20-20 ग्राम एक गिलास पानी में मिलाकर एक एक घंटे में पिलाने से लाभ होता है।
खूनी बवासीर होने पर उपयोग:
25 ग्राम प्याज को महीन काटकर 200 ग्राम ताजे दही में थोड़ा नमक मिलाकर नित्य खाने से खूनी बवासीर में लाभ होता है।
जोड़ों के दर्द (संधिवात) में उपयोग:
जोड़ों के दर्द में सरसों के तेल में प्याज का रस मिलाकर मालिस करने से लाभ होता है।
दांत के रोग में उपयोग:
प्याज को पीसकर गरम करें और दांतों में दबाएं और मुंह में घुमाएं। कुछ देर तक घुमाने के बाद बाहर निकाल दें। नित्य सुबह शाम 10 दिनों तक यह प्रयोग करने से पायरिया आदि दंत रोग, दर्द, सूजन आदि मिटते हैं।
पीलिया में उपयोग:
सफेद प्याज के रस में मिश्री और चुटकी भर हल्दी मिलाकर दिन में दो बार पिलाने से लाभ होता है। यह प्रयोग 10-15 दिन तक करें।
हृदय रोग में उपयोग:
प्रतिदिन कच्चा प्याज खाने से वसा को रक्त नलिकाओं में जमने नहीं देता जिससे हृदयाघात का खतरा नहीं रहता। हृदय की दुर्बलता मिटाने का गुण प्याज में होने से भी इसे परम औषधि कहा गया है।
लू से बचाव में उपयोग:
धूप में जाने से पहले पर्याप्त पानी पी लेना चाहिए तथा सूती कपड़े से सिर को ढककर एक प्याज जेब में रख लें जिससे गर्मी को प्याज सोख सके एवं शरीर की क्षति रोक सके।
लू लगने पर प्याज को पीसकर हथेलियों तथा पांव के तलवों पर लेप करना चाहिए।
प्याज के नुकसान:
गैस की समस्या:
प्याज का बहुत अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को गैस की समस्या का भी सामना करना पड़ता है| दरअसल प्याज में फ्रक्टोज (शक़्कर) की मात्रा अधिक होती है जिसकी वजह से ज्यादा प्याज खाने से गैस हो सकती है|
पेट दर्द की समस्या:
प्याज में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है| यह फाइबर शरीर के लिए बहुत लाभकारी है परन्तु इसका ज्यादा सेवन करने से पेट खराब हो सकता है या पेट दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है|
dhanyavad.. kaafi achhi jaankari hai.. pyaz khane ke kai fayde hai aur main ise roz khata hu.. mujhe asar dikhta hai..
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