मंजिष्ठा के फायदे एवं नुकसान
Manjistha Benefits & Side Effects in Hindi
मंजिष्ठा का लैटिन नाम: रूबिआ कोर्डिफोलिया (Rubia Cardifolia)
अंग्रेज़ी नाम: मेडर रूट (Madder Root)
संस्कृत नाम: मंजिष्ठा
हिंदी नाम: मजीठ
मंजिष्ठा के औषधीय गुण:
इसके रस में मधुर, तिक्त, कषाय, गुण में भारी, तासीर में गर्म, विपाक में कटु, विष, कफ और शोथनाशक होती है।
यह प्रमेह, रक्तविकार, आंख और कान के रोग, कुष्ठ, रक्तातिसार, पेशाब की रुकावट, वात रोग, सफ़ेद दाग, मासिक धर्म के दोष, चेहरे की झाई, चर्म रोग, पथरी, आग से जलने में गुणकारी है।
मंजिष्ठा का परिचय:
मंजिष्ठा भारत के पर्वतीय प्रदेशों में पाई जाती है। इसकी बेल झाड़ीनुमा होती है|
इसके पत्ते खुरदुरे और दिल के आकार के होते है।
पुष्प गुच्छों में, छोटे-छोटे और सफेद रंग के लगते हैं।
चने के आकार के फल काले रंग के दो बीज युक्त होते हैं।
जड़ लंबी और लाल रंग की होती है, जिसका औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है।
मंजिष्ठा के फायदे:
चेहरे के दाग धब्बे मिटाये:
मंजिष्ठा की जड़ का काढ़ा 4 चम्मच की मात्रा में सुबह-शाम कुछ दिन नियमित रूप से पीने और जड़ को शहद में घिसकर दाग-धब्बों पर लगाते रहने से चेहरे पर निखार आ जाएगा।
सूजन के लिए:
मंजिष्ठा सूजन के लिए लाभदायक है। बराबर मात्रा में मंजिष्ठा की जड़ और मुलेठी का लेप सूजन वाली जगह पर लगाने से सूजन काम हो जाती है।
गठिया में लाभ:
मंजिष्ठा के तेल से जोड़ो पर मालिश करे तो काफ़ी राहत महसूस होगा|
हड्ड़ी कमजोर हो जाए या osteoporosis हो जाए तो आर्गेनिक मंजिष्ठा पाउडर, शहद के साथ हर रोज सेवन करे|
पथरी में लाभ:
मंजिष्ठा की जड़ 2 ग्राम की मात्रा में 4 चम्मच पानी के साथ प्रतिदिन 3 बार लेने से कुछ ही सप्ताह में पथरी गलकर बाहर निकल जाती है।
दस्त में लाभ:
1-2 ग्राम मंजिष्ठा की जड़ का चूर्ण प्रतिदिन 2 बार सेवन करने से पुराने दस्त के रोग में आराम मिल जाता है।
नाख़ून के रोग के लिए:
मंजिष्ठा रूट पाउडर का कवाथ बनाए और हर रोज 30 ML पिए और साथ मे नाख़ून पर लगा के रखे हर रोज रात को तो नाखून के रोगो में आराम मिलता है।
मंजिष्ठा के नुकसान:
चेहरे पर मंजिष्ठा पाउडर फॉर फेस इस्तेमाल करते हो तो ध्यान मे रहे की इससे त्वचा पर लाल रंग पड़ सकता है और सवेदनशील त्वचा में जलन हो सकती है इसीलिए शहदऔर मलाई के साथ उपयोग करे|