मानसिक शक्ति से मजबूत व्यक्ति अपने गलतियों से सीखते हैं:
जो व्यक्ति एक ही गलती को बार-बार करे वह व्यक्ति कभी भी जीवन में सफलता प्राप्त नहीं करते। एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपनी पुरानी गलतियों से सीखते है और उन गलतियों को जीवन में और कभी नहीं दोहराते हैं।
अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था ! किसी भी व्यक्ति ने अगर आज तक गलति नहीं किया है तो उसने दोबारा कुछ नया कोशिश भी नहीं किया है।इसलिए अपनी गलतियों से सीखें और बार-बार कोशिश करके गलतियों को सुधारें कभी उन्हें ना दोहराये।
मन से मजबूत व्यक्ति कभी भी ना बदल पाने वाली बातों को लेकर चिंतित नहीं रहते:
मानसिक रूप से मजबूत रहने वाले व्यक्ति, ठीक ना हो सकने वाली चीजों को लेकर चिंतित नहीं रहते। सोचिये आपको पता है एक ऐसा प्रश्न है जिसका कोई उत्तर ही नहीं है तो ऐसे प्रश्न के लिए चिंतित रह कर क्या फायदा। अगर किसी मुश्किल का हल है, उस स्तिथि में अगर आप कुछ कर सकते हैं, तो कुछ चिंता करने की बात है जिससे की कुछ हल निकले। पर अगर उस मुश्किल का कोई हल निकल ही नहीं सकता, तो चिंतित रहने के कोई फायदा नहीं। यह कुछ इस तरीके की बात है ! जिस वस्तु पर आपका नियंत्रण ही नहीं है उसको आप चलाएंगे कैसे ? बेकार की बातों को लेकर शिकायत करके समय बर्बाद होता है और कुछ नहीं।
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति पहल करने के लिए नहीं घबराते:
मन से मजबूत व्यक्ति अकेलेपन से नहीं घबराते। वह पहल करते हैं और दूसरों की बातों से डरे बिना आगे बढ़ते हैं। सफलता प्राप्त करने के लिए उन्हें किसी की मदद की जरूरत नहीं होती।
मन से मजबूत व्यक्ति अपने भीतर बदलाव लाने के लिए नहीं शरमाते:
एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने भीतर के नकारात्मक सोचों को निकाल कर अच्छे और अनमोल विचार लाने में देर नहीं करते । वह अपने अन्दर के बुरे स्वभावों को निकाल कर अपने अन्दर एक नया बदलाव लाते हैं और ऐसा करने के लिए वह थोडा भी नहीं शरमाते या कतराते।
नकारात्मक सोच ज़ीवन में असफलता के अलावा कुछ नहीं देता इसलिए जीवन में हमेशा अच्छा सोच रखें और अपने भीतर अच्छे नए बदलाव लायें।
मानसिक शक्ति से मजबूत व्यक्ति हर किसी व्यक्ति को खुश नहीं करते:
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति बनना कभी-कभी खुद को लोगों की नज़र में अलग और बुरा भी बना देता है। पर आपको अपने लक्ष्यों को पूरा करने के लिए अपने कार्यों को पहले प्राथमिकता देना जरूरी है। कभी-कभी अपने कार्यों को प्राथमिकता देने के कारण मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति अपने लोगों को निराश भी करते हैं जिसके कारण वह उनसे नफरत करने लगते हैं।
परन्तु जब वह व्यक्ति अपने लक्ष्य को पा लेता हैं वही नफरत करने वाले लोग उनको पसंद करने लगते हैं इसलिए जरूरी है अपने प्रत्मिक्ताओं को चुनें।
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी हार नहीं मानते:
किसी भी मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति के जीवन में हार मानने का कोई विषय नहीं होता। वह तब तक कोशिश करते हैं जब तक वह सफलता प्राप्त ना कर लें और आखरी में वह जरूर सफलता प्राप्त करते हैं।
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी भी सफलता के लिय छोटा रास्ता नहीं ढूँढ़ते:
वह हमेशा से कड़ी मेहनत करके हुए सफलता की सीडी को धीरे-धीरे चड़ने की कोशिश करते हैं । वह कभी भी कोई छोटा रास्ता नहीं खोजते क्योंकि सफलता का कोई shortcut नहीं होता।
धीरे-धीरे कोई व्यक्ति अपने लक्ष्य के विषय में जितना ज्ञान बटोरते जाता है उतना ही वह व्यक्ति अपने लक्ष्य के पास पहुँचते जाता है।
मन से मजबूत व्यक्ति दूसरों की सफलता से नहीं जलते:
बल्कि वह दूसरों के सफलता को सम्मान देते हैं और साथ ही उनकी सफलता पर खुशियां भी मानते हैं। मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति दूसरों की सफलता से नहीं जलते क्योंकि उनको पता होता है कि सफलता प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत की जरूरत है और सफल इंसान को उसी की मेहनत और लगन का फल मिला है।
मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी उदास नहीं रहते:
मानसिक रूप से मजबूत रहने वाले लोगों के पास बैठ कर उदास रहने या हमेशा दुखी रहने का समय नहीं होता। वह हमेशा पुरानी गयी बातों को भूल कर नहीं सोच और नयी शुरुवात के बारे में सोचते रहते हैं। वह हमेशा अपनी जिम्मेदारिओं को समझते हैं और अपने लक्ष्य को पाने के रास्तों के बारे में सोचते रहते हैं। नकारात्मक, बुरी, और दुख देने वाली बातों का उनके जीवन में कोई स्थान नहीं होता।