भारतीय रूपये के 100 तथ्य जो आप को नहीं पता | 100 Unknown Facts about Indian Currency
- भारत में रूपये का इतिहास2500 साल पुराना हैं। इसकी शुरूआत एक राजा द्वारा की गई थी|
- रुपया शब्द का उद्गम संस्कृत के शब्द रुप् या रुप्याह् में निहित है, जिसका अर्थ चाँदी होता है और रूप्यकम् का अर्थ चाँदी का सिक्का है।
- भारतीय रुपया (प्रतीक-चिह्न: ; कोड: INR) भारत की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसका बाज़ार नियामक और जारीकर्ता भारतीय रिज़र्व बैंक है
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सन् 1917 में 1₹ रुपया 13$ डाॅलर के बराबर हुआ करता था। फिर 1947 में भारत आजाद हुआ, 1₹ = 1$ कर दिया गया. फिर धीरे-धीरे भारत पर कर्ज बढ़ने लगा तो इंदिरा गांधी ने कर्ज चुकाने के लिए रूपये की कीमत कम करने का फैसला लिया उसके बाद आज तक रूपये की कीमत घटती आ रही हैं|
- रुपया शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम शेर शाह सूरी ने भारत मे अपने शासन 1540-1545 के दौरान किया था।
- शेर शाह सूरी ने अपने शासन काल में जो रुपया चलाया वह एक चाँदी का सिक्का था जिसका भार १७८ ग्रेन (११.५३४ ग्राम) के लगभग था।
- उसने तांबे का सिक्का जिसे दाम तथा सोने का सिक्का जिसे मोहर कहा जाता था, को भी चलाया।
- रुपये का दशमलवीकरण 1947 में भारत मे, 1869 में सीलोन (श्रीलंका) में और 1969 में पाकिस्तान में हुआ। इस प्रकार भारतीय रुपया 100 पैसे में विभाजित हो गया।
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सिक्कों का मूल्य 5, 10, 20, 25, और 50 पैसे है और 1, 2, 5 और 10 रुपये भी। बैंकनोट 5, 10, 20, 50, 100, 500, 1000और 200 के मूल्य पर हैं।
- भारत में पैसे को पहले नया पैसा नाम से जाना जाता था।
- हर भारतीय नोट पर किसी न किसी चीज की फोटो छपी होती हैं जैसे- 20 रुपए के नोट पर अंडमान आइलैंड की तस्वीर है|
- वहीं, 10 रुपए के नोट पर हाथी, गैंडा और शेर छपा हुआ है, जबकि 100 रुपए के नोट पर पहाड़ और बादल की तस्वीर है|
- इसके अलावा 500 रुपए के नोट पर आजादी के आंदोलन से जुड़ी 11 मूर्ति की तस्वीर छपी हैं|
- भारतीय नोट पर उसकी कीमत 15 भाषाओंमें लिखी जाती हैं|
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1₹ में 100 पैसे होगे, ये बात सन् 1957 में लागू की गई थी। पहले इसे 16 आने में बाँटा जाता था|
- RBI, ने जनवरी 1938 में पहली बार 5₹ की पेपर करंसी छापी थी. जिस पर किंग जार्ज-6 का चित्र था|
- इसी साल 10,000₹ का नोट भी छापा गया था लेकिन 1978 में इसे पूरी तरह बंद कर दिया गया|
- आजादी के बाद पाकिस्तानने तब तक भारतीय मुद्रा का प्रयोग किया जब तक उन्होनें काम चलाने लायक नोट न छाप लिए|
- भारतीय नोट किसी आम कागज के नही, बल्कि काॅटन के बने होते हैं
- ये इतने मजबूत होते हैं कि आप नए नोट के दोनो सिरों को पकड़कर उसे फाड़ नही सकते|
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एक समय ऐसा था, जब बांग्लादेश ब्लेड बनाने के लिए भारत से 5 रूपए के सिक्के मंगाया करता था. 5 रूपए के एक सिक्के से 6 ब्लेड बनते थे. 1 ब्लेड की कीमत 2 रूपए होती थी तो ब्लेड बनाने वाले को अच्छा फायदा होता था. इसे देखते हुए भारत सरकार ने सिक्का बनाने वाला मेटल ही बदल दिया|
- भारत आजादी के बाद सिक्के तांबे के बनते थे|
- उसके बाद 1964 में एल्युमिनियम के और 1988 में स्टेनलेस स्टील के बनने शुरू हुए|
- तीय नोट पर महात्मा गांधीकी जो फोटो छपती हैं वह तब खीँची गई थी जब गांधीजी, तत्कालीन बर्मा और भारत में ब्रिटिश सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस के साथ कोलकाता स्थित वायसराय हाउस में मुलाकात करने गए थे|
- यह फोटो 1996 में नोटों पर छपनी शुरू हुई थी|
- इससे पहले महात्मा गांधी की जगह अशोक स्तंभ छापा जाता था|-
- भारत के 500 और 1,000 रूपये के नोट नेपालमें नही चलते|
- 500₹ का पहला नोट 1987 में और 1,000₹ पहला नोट सन् 2000 में बनाया गया था|
- भारत में 75, 100 और 1,000₹ के भी सिक्के छप चुके हैं|
- 21. 10₹ के सिक्के को बनाने में 6.10₹ की लागत आती हैं|
- नोटो पर सीरियल नंबर इसलिए डाला जाता हैं ताकि आरबीआई(RBI) को पता चलता रहे कि इस समय मार्केट में कितनी करेंसी हैं|
- रूपया भारत के अलावा इंडोनेशिया, मॉरीशस, नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका की भी करंसी हैं|
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According to RBI, भारत हर साल 2,000 करोड़ करंसी नोट छापता हैं|
- कम्प्यूटर पर ₹ टाइप करने के लिए ‘Ctrl+Shift+$’ के बटन को एक साथ दबावें|
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₹ के इस चिन्ह को 2010 में उदय कुमार ने बनाया था। इसके लिए इनको 2.5 लाख रूपयें का इनाम भी मिला था|
- क्या RBI जितना मर्जी चाहे उतनी कीमत के नोट छाप सकती हैं ❓
ऐसा नही हैं, कि RBI जितनी मर्जी चाहे उतनी कीमत के नोट छाप सकती हैं, बल्कि वह सिर्फ 10,000₹ तक के नोट छाप सकती हैं| अगर इससे ज्यादा कीमत के नोट छापने हैं तो उसको रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट, 1934 में बदलाव करना होगा| - जब हमारे पास मशीन हैं तो हम अनगणित नोट क्यों नही छाप सकते ❓
हम कितने नोट छाप सकते हैं इसका निर्धारण मुद्रा स्फीति, जीडीपी ग्रोथ, बैंक नोट्स के रिप्लेसमेंट और रिजर्व बैंक के स्टॉक के आधार पर किया जाता है| - हर सिक्के पर सन् के नीचे एक खास निशान बना होता हैं आप उस निशान को देखकर पता लगा सकते हैं कि ये सिक्का कहाँ बना हैं|
*.मुंबई – हीरा [◆]
*.नोएडा – डाॅट [.]
*.हैदराबाद – सितारा [★]
*.कोलकाता – कोई निशान नहीं. -
जानिए, एक नोट कितने रूपयें में छपता हैं| *.1₹ = 1.14₹ *.10₹ = 0.66₹ *.20₹ = 0.94₹ *.50₹ = 1.63₹ *.100₹ = 1.20₹ *.500₹ = 2.45₹ *.1,000₹ = 2.67₹
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- रूपया, डाॅलर के मुकाबले बेशक कमजोर हैं लेकिन फिर भी कुछ देश ऐसे हैं, जिनकी करंसी के आगे रूपया काफी बड़ा हैं आप कम पैसों में इन देशों में घूमने का लुत्फ उठा सकते हैं|
*.नेपाल (1₹ = 1.60 नेपाली रुपया)
*.आइसलैंड (1₹ = 1.94 क्रोन)
*.श्रीलंका (1₹ = 2.10 श्रीलंकाई रुपया)
*.हंगरी (1₹ = 4.27 फोरिंट)
*.कंबोडिया (1₹ = 62.34 रियाल)
*.पराग्वे (1₹ = 84.73 गुआरनी)
*.इंडोनेशिया (1₹ = 222.58 इंडोनेशियन रूपया)
*.बेलारूस (1₹ = 267.97 बेलारूसी रुबल)
*.वियतनाम (1₹ = 340.39 वियतनामी डॉन्ग) - भारतीय मुद्रा प्रणाली का संशिप्त विवरण|ओल्ड इंडियन करेन्सी सिस्टम (OLD INDIAN CURRENCY SYSTEM)
फूतिओ कौड़ी से कौड़ी
कौड़ी से धमरी
धमरी से धेला
धेला से पाई
पाई से पैसा
पैसा से रुपया
256 दमरी = 192 पाई = 128 धेला = 64पैसा (old) = 16 आना = 1 रुपया -
अगर आपके पास आधे से ज्यादा (51 फीसदी) फटा हुआ नोट है तो भी आप बैंक में जाकर उसे बदल सकते हैं|
- अगर अंग्रेजों का बस चलता तो आज भारत की करंसी पाउंड होती. लेकिन रुपए की मजबूती के कारण ऐसा संभव नही हुआ|
- इस समय भारत में 400 करोड़ रूपए के नकली नोट हैं|
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सुरक्षा कारणों की वजह से आपको नोट के सीरियल नंबर में I, J, O, X, Y, Z अक्षर नही मिलेंगे|