क्योंकि यह वह व्यक्ति है जो बिना किसी राजनैतिक लाभ के साहसिक निर्णय ले सकता है।
उनके पास दुश्मन देश को अच्छा जवाब देने की हिम्मत है।
वह यह है कि प्रधानमंत्री जो काम करते हैं वह कांग्रेस के युग से बेहतर है और उनकी हर कार्रवाई हजार शब्दों को बयां करती है।
2002 में मोदी द्वारा गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के कुछ ही दिनों बाद, गोधरा कांड हुआ जिसमें 1000 से अधिक भारतीय मारे गए। बेहद नए होने के बावजूद, उन्होंने 72 घंटों के भीतर पूरे राज्य को नियंत्रण में ले लिया। वह जिस स्थिति में था वह आसान नहीं था।
विकास का मिशन मोदी की ब्रांड बन गया है, 2014 की लोकसभा चुनावों के बाद से जनता की कल्पना को कैप्चर कर रहा है, जैसे ‘अच्छे दिन’, ‘सबका साथ, सबका साथ’ और ‘अबकी बार मोदी सरकार’ जैसे नारे। यही बात उसे दूसरों से अलग करती है।
सत्ता में मतदान करने के बाद वह अपने मंत्र को नहीं भूले। उन्होंने ‘जन धन योजना’, ‘स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया’, ‘स्मार्ट सिटीज’ और ‘मेक इन इंडिया’ जैसी पहल की।
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, मेक इन इंडिया पहल के कारण FDI अंतर्वाह में लगभग 40% की वृद्धि हुई है। बॉम्बार्डियर, फॉक्सकॉन और एप्पल जैसी कंपनियों ने भारत में निवेश के लिए प्रतिबद्ध किया है जो रोजगार और विकास ला सकता है।
मोदी प्रशासन के तहत आतंक और घुसपैठ बहुत कम हो गई है।
भारत फ्रांस, अमेरिका, रूस और इजरायल के साथ संयुक्त भागीदारी करके अपने सैन्य शस्त्रागार को भी तैयार कर रहा है। शस्त्रागार में मुख्य रूप से परमाणु सक्षम पनडुब्बियां, एफ -16, रॉकेट और हेलिकॉप्टर शामिल हैं। ये हर समय भारतीय सीमाओं पर सुरक्षा सुनिश्चित करने में मदद करेंगे।
“मेक इन इंडिया” लाल किले की प्राचीर से पीएम द्वारा घोषित ये तीन शब्द देश को उसकी क्षमता तक जगाते हैं। वर्षों से, भारत बेरोजगारी के खतरे से जूझ रहा है, लेकिन भारत को दुनिया के विनिर्माण केंद्र में बदलने के लिए पीएम के दृष्टिकोण ने लगभग 25 विभिन्न क्षेत्रों में नया जीवन जीता है।
विदेशी निवेश में आसानी के साथ विदेशी निवेश तेजी से चढ़ रहा है। इस मोदी के प्रमुख अभियानों – स्किल इंडिया और डिजिटल इंडिया में जोड़ें और राष्ट्र दुनिया के सबसे अच्छे स्टार्टअप इन्क्यूबेशन सेंटर में से एक में बदल रहा है।
यह निर्विवाद है कि पीएम देश के लिए अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने और किसी अन्य नेता की तरह राजनयिक और आर्थिक गठजोड़ बनाने में बेहद सफल रहे हैं। इस साल सितंबर तक, पीएम ने 56 से अधिक विदेशी यात्राएं कीं और दुनिया के 44 देशों का दौरा किया।
42 साल में कनाडा का दौरा करने वाले पहले पीएम होने से लेकर सऊदी अरब जैसे गैर-सहयोगी सहयोगियों को लुभाने के लिए, अफ्रीका के साथ साझी विरासत को रेखांकित करने से लेकर विकसित राष्ट्रों को भारतीय कलाकृतियों को लौटाने के लिए समझाने तक, पीएम मोदी को भारत में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूती से रखने में एक शानदार सफलता मिली है।
2013 में भारत की औसत मुद्रास्फीति 10.92% और 2016 में अनुमानित रूप से लगभग 6.00 % थी। बीमार अर्थव्यवस्था के उत्थान और विस्तार के अवसरों के लिए NaMo सरकार के केंद्रित दृष्टिकोण ने निश्चित रूप से योगदान किया है।
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, गंगा नदी पर जहाज कोलकाता से सामान लेकर वाराणसी तक आएगा, अलकनंदा क्रूज शिप चलेगा ? आज चल रही है।
पांच साल पहले किसी ने सोचा था, विश्व का सबसे बड़ा स्टैचू भारत में होगा या सेना को और इस देश को राष्ट्रीय समर स्मारक मिलेगा ? आज मिल चुका है।
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, गरीब सवर्णों को भी आर्थिक आधार पर 10% आरक्षण मिलेगा ? आज मिल रहा है।
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, छोटे गरीब किसानों को सम्मान स्वरूप प्रतिवर्ष 6000 रुपए की धनराशि उनके बैंक खाते में सीधे जमा होगी ? आज हो रही है।
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों को तेजी से रेल, हवाई व सड़क मार्ग से जोड़ा जाएगा ? आज जुड़ चुका है।
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनने के लिए तेज गति से अग्रसर होगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, एसी ट्रेन में सफर करने वालो से ज्यादा लोग हवाई जहाज में सफर करेंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, हेलीकॉप्टर घोटाले का आरोपी क्रिश्चियन मिशेल को पकड़ कर भारत लाया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, बड़ी बड़ी कंपनियों द्वारा, उद्योगपतियों द्वारा बैंको को 3 लाख करोड़ का कर्ज वापस किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, डीबीटी के माध्यम से देश के टैक्सपेयर्स का 1.09 लाख करोड़ रुपए से अधिक रुपया बचाया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में निर्मित पहली भारत की इंजनलेस ट्रेन टी-18 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ने वाली पहली स्वदेशी ट्रेन होगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में ट्रेन 18 जैसी सेमी बुलेट ट्रेन पटरियों पर दौड़ेगी और बुलेट ट्रेन का सपना साकार होगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारतीय रेलवे का तेजी से विद्युतीकरण, आधुनिकीकरण और सौंदर्यीकरण किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत की जीडीपी चीन, ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस इत्यादि देशों से भी तेज गति से आगे बढ़ेगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, देश के 1 करोड़ 53 लाख बेघरों के पास उनका पक्का घर होगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत की सौर्य ऊर्जा क्षमता 2.6 गीगावाट से बढ़ कर 23 गीगावाट पहुंच जाएगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, देश का विकास दोगुनी तेजी से होगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, 7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में टैक्सपेयर्स की संख्या 3.8 करोड़ से बढ़ कर लगभग 7 करोड़ हो जाएगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, देश की बैंको का पैसा लेकर विदेश भागने वाले लोगों की विदेशी संपत्तियां तक जब्त कर ली जाएगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, देश के 18400 से अधिक गांवों में बिजली पहुंचेगी, देश के 98% घरों में बिजली कनेक्शन पहुंचेगा, एलिफेंटा द्वीप पर 70 वर्षो बाद समुद्र में केबल डाल कर बिजली पहुंचाई जाएगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, अप्रत्यक्ष टैक्स (जीएसटी) कलेक्शन एक लाख करोड़ तक पहुंच जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, गंगा नदी कभी स्वच्छ हो पाएगी ? गंगा नदी को एशिया के सबसे बड़े नाले (सीसामऊ नाला) से मुक्ति मिलेगी देश कभी स्वच्छ हो पाएगा ? भोपाल को स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान मिलेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, 9.78 करोड़ से अधिक घरों में शौचालय बनवाए जाएंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत का क्रूड ऑयल रिजर्व बढ़ेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत को विश्व में इतना सम्मान, मिलेगा, की ओपेक जैसे संगठनों का जिसका भारत सदस्य तक नहीं है कोई भी फैसला भारत से पूछे बिना नहीं किया जाएगा ? भारत के पासपोर्ट को नई पहचान मिलेगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, अयोध्या में भव्य दीपावली, रामलीला का आयोजन किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत की सेना विश्व की चौथी सबसे ताकतवर सेना बन जाएगी ? सेना की मजबूती के लिए बड़े बड़े रक्षा सौदे किए जाएंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, 16.35 करोड़ से अधिक लोगों को मुद्रा लोन के जरिए स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, आजादी के भूले बिसरे स्वतंत्रता सेनानीयों, सुभाष चन्द्र बोस को, उनका उचित सम्मान मिलेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, 1984 के सिख नर संहार के दोषी कांग्रेस के नेताओ को सजा मिलेगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, स्विस बैंक भारतीय खाता धारकों की पूरी डिटेल सौंपने को राजी होगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, देश के 34.73 करोड़ से अधिक गरीब लोगो के जन धन खाते खुलवाकर उनको बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, पाकिस्तान और चीन से युद्ध लड़ने वाले सैनिकों को वन रैंक वन पेंशन दिया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले ये भी नहीं सोचा होगा कि 18.87 करोड़ किसानों की भूमि के स्वास्थ की जानकारी के लिए सॉइल हेल्थ कार्ड जारी किए जाएंगे.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा नहीं होगा, उसके शहर में उसके घर में पाइपलाइन के जरिए एलपीजी गैस पहुंचेगी.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, बिजली की कमी से जूझ रहे भारत में इतना बिजली उत्पादन होगा कि भारत अपने पड़ोसी देशों को बिजली सप्लाई करेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत माला, सागर माला जैसी बड़ी परियोजनाओं से देश के दूर दराज के इलाके जलमार्गों और राजमार्गो से जुड़ेंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत जैसे देश में बुलेट ट्रेन चलेगी ? आज बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर तेज गति से काम चल रहा है.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत मिशन गगनयान के तहत 2022 तक या उससे पहले अंतरिक्ष में मानव को भेजेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में गरीबों के स्वास्थ के लिए आयुष्मान भारत जैसी योजना आएगी, जिसमें 5 लाख प्रति वर्ष तक का इलाज मुफ्त किसी भी अस्पताल में मिलेगा, आज यह हकीकत बन चुका है अब तक 14.55 लाख से ज्यादा गरीबों ने इस योजना का लाभ भी उठाया है.
क्या पांच साल पहले किसी ने ये भी नहीं सोचा होगा, की ऑपरेशन में होने वाले भारी भरकम खर्चे को सीमित करने के लिए, मेडिकल उपकरणों के दामों को कंट्रोल करने के लिए सरकार द्वारा कोई कदम उठाया जाएगा, पर आज सरकार ने हार्ट स्टेंट से लेकर, घुटना प्रत्यारोपण तक के ऑपरेशन का खर्च सीमित कर दिया है.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, महंगी दवाइयों के कारण इलाज कराने में असमर्थ लोग जेनेरिक दवाइयों का लाभ लेंगे ? आज देशभर में 5050 से अधिक प्रधानमन्त्री भारतीय जन औषधि केंद्र खोले जा चुके है.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के इलाज के लिए 390 दवाइयों के दाम 87% तक कम हो जाएंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, की ड्राइविंग लाइसेंस, आरसी इत्यादि जरूरी दस्तावेजों की सॉफ्ट कॉपी अपने मोबाइल फोन, डिजी लॉकर ऐप पर सुरक्षित करने और जरूरत पड़ने पर उसको दिखाने पर वो वैध माने जाएंगे ?
क्या पांच साल पहले किसी ने कल्पना की थी कि सरकारी काम काज में इतना ट्रांसपेरेंसी आएगी ? टेंडरिंग प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया ऑनलाइन होगी, व अन्य सभी परियोजनाओं की स्थिति ऑनलाइन पोर्टल पर देखने को मिल जाएगी ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत मोबाइल मैन्युफैक्चरिंग का ग्लोबल हब बनेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, 3 लाख से अधिक फर्जी कंपनियों पर ताले लगाए जाएंगे, रजिस्ट्रेशन रद्द किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत ईज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में 142 से 77 पर आ जाएगा ? आज भारत टॉप 50 में पहुंचने के लिए तेज़ी से आगे बढ़ रहा है.
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत विश्व में तेज गति से गरीबी हटाने वाला देश बन जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत रूस, जापान, ईरान, सऊदी अरब जैसे देशों के साथ डॉलर की जगह रुपए में व्यापार करेगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में परमिट राज, इंस्पेक्टर राज को खत्म किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत में उद्योगों के लिए पर्यावरण क्लीयरेंस प्रक्रिया को आसान बनाया जाएगा, ऑनलाइन किया जाएगा ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत भी सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है, उसी भाषा में जवाब दे सकता है, चीन के सामने 72 दिनों तक सीना तान के खड़ा हो सकता है वो भी अपने मित्र देश भूटान के लिए ?
क्या पांच साल पहले किसी ने सोचा था, भारत एयर स्ट्राइक करके पाकिस्तानी आतंकवाद से अपने जवानों के बलिदान का बदला लेगा |