जीनियस अल्बर्ट आइंस्टीन के131अनमोल वचन भाग-1
Albert Einstein Quotes in Hindi
नाम: अल्बर्ट आइंस्टीन (Albert Einstein)
जन्म: 14 March 1879 उल्म, वुर्ट्टनबर्ग, जर्मन साम्राज्य
क्षेत्र: Science भौतिकी, दर्शन
नागरिकता:
- जर्मनी 1879–1896
- राज्यविहीन 1896–1901
- स्विट्जरलैंड 1901–1955
- ऑस्ट्रिया 1911–1912
- जर्मनी 1914–1933
- संयुक्त राज्य अमेरिका 1940–1955
जातियता: यहूदी
मृत्यु: 18 अप्रैल 1955 (उम्र 76) प्रिंस्टन, न्यू जर्सी, संयुक्त राज्य
उपलब्धियाँ: अल्बर्ट आइनस्टाइन को Modern Physics का पितामह कहा जाता है|
सापेक्षता और विशिष्ट आपेक्षिकता, प्रकाश वैद्युत प्रभाव, मान-ऊर्जा-समतुल्यता, ब्राउनियन गति|
“धर्म के बिना विज्ञान लंगड़ा है, विज्ञान के बिना धर्म अँधा है।”
“एक मेज, एक कुर्सी, एक कटोरा फल और एक वायलन; भला खुश रहने के लिए और क्या चाहिए?”
तुम अपनी परेशानियों का समाधान उसी सोच से नहीं निकाल सकते जिस सोच से उन परेशानियों को बनाया है।
पढाई चीजों को जानना नहीं है बल्कि दिमाग को सोचने की ट्रेनिग देना है।
एक इंसान जिसने कोई गलती नहीं की उसने कभी कुछ नया करने का प्रयास ही नहीं किया।
कल्पना शक्ति ज्ञान से ज्यादा जरुरी है।
हर कोई प्रतिभाशाली है, अगर तुम मछली से उम्मीद करोगे कि वो पेड़ पर चढ़ जाए तो तुम पूरी जिंदगी सोचते रहोगे कि वह मुर्ख है।
अहंकार ज्ञान का उल्टा है। जितना ज्ञान होगा उतना कम अहंकार होगा।
अगर तुम एक खुश जीवन जीना चाहते हो तो अपने आप को अपने उद्देश्य से बांध लो नहीं कि लोगों से।
आप तब तक नहीं हार सकते, जब तक आप प्रयास करना नहीं छोड़ देते।
भगवान के सामने हम समान रूप से होशियार हैं और समान रूप से मुर्ख।
मैं सबसे समान तरह बात करता हूँ चाहे वो कचरे वाला हो या किसी यूनिवर्सिटी का प्रेसिडेंट।
जिंदगी साइकिल चलने जैसी है अगर तुम बैलेंस बनाए रखना चाहते हो तो निरंतर चलते रहो।
कल से सीखो आज में जियो, और कल के लिए आशा रखो। बस प्रश्न करते रहो।
प्यार खुशियाँ लाता है ऐसे ही किसी को कष्ट देना दुःख लाता है।
प्रकृति को ध्यान से देखो तब तुम हर चीज को अच्छे से समझ पाओगे।
जो छोटी-छोटी बातों में सच को गंभीरता से नहीं लेता है, उस पर बड़े मामलों में भी भरोसा नहीं किया जा सकता।
ज्ञान का एक ही तरीका है वो है-अनुभव।
तर्क आपको ए से बी तक ले जाएगा, कल्पना आपको कहीं भी ले जा सकती है।
एक काम को एक ही तरीके से करते हुए अलग परिणाम की उम्मीद करना पागलपन है।
मुझमे कोई प्रतिभा नहीं है बस मैं जानना चाहता हूँ।
अगर मानव जाति को जीवित रखना है तो हमें बिलकुल नई सोच की आवश्यकता होगी।
परेशानी के मध्य ही अवसर छिपा होता है।
मनुष्य को यह देखना चाहिए कि क्या है, यह नहीं कि उसके अनुसार क्या होना चाहिए।
शांति जोर डालकर प्राप्त नही की जा सकती, सिर्फ समझकर प्राप्त की जा सकती है।
कोई भी समस्या चेतना के उसी स्तर पर रह कर नहीं हल की जा सकती है जिसपर वह उत्पन्न हुई है|
अगर तथ्य सिद्धांत से नहीं मिलते है तो तथ्य को बदल डालिए।
दो चीजें अनंत हैं: ब्रह्माण्ड और मनुष्य की मुर्खता, और मैं ब्रह्माण्ड के बारे में दृढता से नहीं कह सकता।
क्रोध मूर्खों की छाती में ही बस्ता है।
जब आप एक अच्छी लडकी के साथ बैठे हों तो एक घनता एक सेकेण्ड के समान लगता है। जब आप धधकते अंगारे पर बैठे हों तो एक सेकेण्ड एक घंटे के समान लगता है। यही सापेक्षता है।
शांति शक्ति से नहीं केवल समझ से प्राप्त की जा सकती है।
हर कोई जीनियस है। लेकिन अगर हम एक मछली को उसके पेड़ पे चढने की काबिलियत के हिसाब से आंकेंगे तो वो पूरी उम्र यही सोचकर जिएगी कि वो मुर्ख है।
प्यार में गिरने वाले लोगों के लिए गुरुत्वाकर्षण बिलकुल भी जिम्मेदार नहीं है।
बुद्धिमान और मुर्ख के बीच सबसे महत्वपूर्ण अंतर ये है कि बुद्धिमान की अपनी कुछ सीमाएं हैं।
एक बुद्धिमान व्यक्ति समस्या को हल कर देता है। लेकिन एक बुद्धिमान व्यक्ति उससे बच जाता है।
ज्यादातर शिक्षक अपना समय छात्र को ऐसे प्रश्न पूछने में बर्बाद करते हैं जिनका मकसद ये जानना होता है कि छात्र क्या नहीं जानता है, जबकि प्रश्न पूछने की सच्ची कला ये पता लगाना है कि छात्र क्या जानता है या फिर क्या जानने में सक्षम है।
दुनिया जीने के लिए सबसे खतरनाक जगह है, उन लोगों की वजह से नहीं जो बुरे हैं, बल्कि उन लोगन की वजह से जो इसके लिए कुछ करते नहीं हैं।
अगर मेरे पास किसी समस्या को हल करने के लिए 1 घनता हो तो मैं 55 मिनट समस्या के बारे में सोचने और बाकी बचे 5 मिनट समस्या का हल सोचने में लगाऊंगा।
अपने आप को खुश करने का सबसे बढिया तरीका किसी और को खुश करना है।
एक जहाज किनारे पर हमेशा सुरक्षित रहता है-लेकिन वो इसलिए नहीं बना होता है।
Albert Einstein अल्बर्ट आइन्स्टीन