एक्साफ्लॉप सुपरकंप्यूटर अरोरा की जानकारी:
USA ने दुनिया का सबसे तेज़ कंप्यूटर बनाने का निर्णय लिया है जिसका नाम अरोरा सुपरकंप्यूटर (Aurora Supercomputer) रखा गया है।
इसकी स्पीड अब तक बनाए गए सबसे शक्तिशाली कंप्यूटर से सात गुनी, जबकि 2008 में बनाए गए पेटास्केल से 1,000 गुना अधिक होगी।
अरोरा सुपर कंप्यूटर (Aurora Supercomputer) को शिकागो के बाहर Lemont, Illinois स्थित Argonne National Laboratory में स्थापित किया जाना है।
यह पहला ऐसा कंप्यूटर होगा जो एक्ज़ास्केल (Exascale) अर्थात् प्रति सेकंड एक बिलियन बिलियन (a quintillion) गणनाएँ करने में सक्षम होगा।
करेगा सबसे सटीक गणनाएं:
यह नया सुपर कंप्यूटर शोधकर्त्ताओं को दवा, जलवायु परिवर्तन, दहन इंजनों की आंतरिक कार्यप्रणाली और सौर पैनल जैसे विषयों के बारे में अधिक सटीक समझ विकसित करने में सक्षम बनाएगा।
वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी के लिये बनाया गया इंटरनेशनल बिज़नेस मशीन्स (IBM) कॉर्पोरेशन सिस्टम जिसे समिट (OLCF-4) कहा जाता है, दुनिया का सबसे तेज़ सुपरकंप्यूटर है। इसकी गति 143.5 पेटाफ्लॉप्स है।
सुपरकंप्यूटर विकास में भारत की स्थिति:
भारत के पहले सुपरकंप्यूटर PARAM 8000 को 1991 में लॉन्च किया गया था।
वर्तमान में भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान में सबसे तेज़ सुपरकंप्यूटर लगाया गया है जिसे प्रत्यूष कहा जाता है। इसकी गति 4.0 पेटाफ्लॉप्स है। यानि USA से लगभग 35 गुना धीमा सुपर कंप्यूटर।
नेशनल सेंटर फॉर मीडियम-रेंज वेदर फोरकास्टिंग में मिहिर नामक सुपरकंप्यूटर लगाया गया है, जिसकी गति 2.8 पेटाफ्लॉप्स है।
एक्साफ्लॉप सुपर कंप्यूटर की रेस में अन्य देश:
चीन 2020 में अपने खुद के एक एक्साफ्लॉप सुपरकंप्यूटर को बनाने की योजना बना रहा है, और जापान का लक्ष्य 2021 में है। यूरोपीय देशों के यूरोपीय आयोग ने € 1 बिलियन के बजट से 2023 तक एक्साफ्लॉप मशीन का उत्पादन करने के लिए कार्यक्रम शुरू किया है।