पुरुषों की तरह महिलाओं के लिए भी कंडोम आते हैं जो महिलाएं संबंध बनाने के दौरान पहनती हैं. एक महिला कंडोम का यौन रोग और गर्भ से बचने के लिए किया जाता है. अगर इसे सही तरीके से उपयोग किया जाये, तो पूरे साल के तहत महिला कंडोम से गर्भ धारण से 95% तक सुरक्षा प्रदान कर सकता है.
संभोग बनाने में बेहद सहायक कंडोम:
फीमेल कंडोम का इस्तेमाल उन महिलाओं के लिए काफी सहायक हो सकता है जिनका वजाइना बहुत अधिक ड्राई होता है.
दरअसल महिला कंडोम में पहले से ही चिकनाई होती है, उनमें सिलिकोन आधारित स्परमिसिडिल रहित चिकनाई होती है. इससे कंडोम को लगाने में आसानी होती है. लेकिन कई बार ज्यादा जरूरत पड़ने पर बेबी ऑयल का भी प्रयोग किया जा सकता है.
महिलाओं के कंडोम के लिए किसी विशेष सावधानी की जरूरत नहीं पड़ती जैसे पुरूष कंडोम के लिए पड़ती है.
सेक्स से कई घंटो पहले भी इसे डाल सकती हैं कंडोम को सेक्स करने के आठ घंटे पहले योनि में डाला जा सकता है और हर बार सेक्स करने से पहले नया कंडोम डालना चाहिए।
इसे सेक्स से आठ घंटे पहले भी पहना जा सकता है
महिला कंडोम की विशेषता:
- क्या आप जानते हैं महिला कंडोम की विशेषता है कि वह संभोग के समय आराम से प्रयोग किया जा सकता है साथ ही गर्भ निरोधक विकल्प के रूप में यह बेहतर विकल्प है.
- फीमेल कंडोम लम्बी पोलीस्थ्रेन की थैली होती है. यह अनचाहे गर्भ से बचाने के लिए कारगर है.
- महिला कंडोम की विशेषता है कि यह दोनों किनारों से लचीला होता है. इतना ही नहीं महिला कंडोम में पहले से ही सिलिकोन आधारित चिकनाई लगी रहती है.
- महिला कंडोम को बहुत ही सावधानी से खोलकर सही तरह से उपयोग करने के लिए उसको ठीक तरह से लगाना चाहिए.
- शुरूआत में महिला कंडोम का प्रयोग मुश्किल होता है, लेकिन धीरे-धीरे अभ्यास से इसे आसानी से प्रयोग किया जा सकता है.
- फीमेल कंडोम भी गर्भनिरोधक विकल्प के रूप में बेहतर है लेकिन जो महिलाएं पहली बार कंडोम का प्रयोग करती हैं उनका ध्यान सेक्स में कम कंडोम की तरफ ज्यादा होता है.
- महिला कंडोम उसी समय प्रयोग हो सकता है जब पुरूष कंडोम का प्रयोग न हो.
- महिला कंडोम से पुरूष सेक्स के दौरान वैसा ही आनंद प्राप्त कर सकता है जैसा कि बिना कंडोम के.
- गर्भनिरोधक विकल्प के रूप में बना महिला कंडोम बहुत ज्यादा लुब्रीकेटिड है जिससे इस पर बहुत ज्यादा तापमान का असर नहीं पड़ता.