धनुष की ताकत:
- 2692किलोग्राम बैरल का वजन
- 46 किलोमीटर तक मारक क्षमता
- 2 फायर प्रति मिनट में दो घंटे तक लगातार गोले दागने में सक्षम
- 3 फायर प्रति मिनट में डेढ़ घंटे तक लगातार दागने में सक्षम
- 46.5 फायर प्रति मिनट करने की क्षमता
DRDO और ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कानपुर का संयुक्त प्रयास है धनुष तोप:
कानपुर ऑर्डिनेंस फैक्टरी ने डीआरडीओ संग मिलकर अत्याधुनिक तोप का बनाई है। कई मायनों में बेहतर ‘धनुष’ तोप की बैरल रेंज 46 किलोमीटर तक है, जो दुनिया की किसी भी तोप को मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।
कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्टरी में तैयार होने वाली इस स्वदेशी तोप की मारक क्षमता बोफोर्स के मुकाबले 18 किलोमीटर ज्यादा है।
अमेरिका, इजरायल और रूस के बाद भारत के पास है यह तकनीकि:
धनुष का नया बैरल आठ मीटर लंबा है। यह दुनिया के सबसे लंबे बैरल वाली तोपों में से एक है। आठ मीटर लंबी तोप सिर्फ अमेरिका, इजरायल और रूस के पास है। खास बात यह है कि आठ मीटर लंबे धनुष के बैरल को बोफोर्स तोप में भी लगाया जा सकता है।
मेक इन इंडिया के तहत एक उत्कृष्ट प्रयास का प्रतिफल है धनुष:
धनुष देश की पहली तोप हैं जिसमें 90% पुर्जे भारत में बने हैं। सिर्फ दस फीसदी कलपुर्जे बेल यानि भारत इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड से लिए जाते हैं। इन हिस्सों को भी स्वदेश में तैयार करने का काम चल रहा है। सेना को इसे सौंपने से पहले इससे 2000 राउंड फायर किए गए।
ऑर्डिनेंस फैक्टरी कानपुर को मिला 414 ‘धनुष’ का आर्डर:
सेना ने ऑर्डिनेंस फैक्टरी कानपुर को 414 ‘धनुष’ का आर्डर दिया है। ऑर्डिनेंस फैक्टरी को एक तोप बनाने में 15-20 दिन का समय लगता है। पहले चरण में 114 ‘धनुष’ तैयार कर देनी हैं, जिनमें से कुछ तोपें दी जा चुकी हैं। तैयार होने वाली तोपों में धनुष और उसका उन्नत संस्करण भी शामिल है।
धनुष तोप के बेहतरीन कार्यक्षमता की जानकारी:
जहां जैसी जरूरत होगी सेना उसका इस्तेमाल कर सकेगी। यह संख्या आगे बढ़ने की उम्मीद है। धनुष 03 डिग्री सेल्सियस से 55 डिग्री सेल्सियस तक काम करने में सक्षम है। धनुष का बैरल रूसी और यूरोपीय तकनीक को मिलाकर तैयार किया गया है, जो किसी भी सूरत में फटेंगे नहीं।
दुनिया की शीर्ष पांच तोपों में शामिल:
- बोफोर्स बीओ-5 (स्वीडन)
- एम 46-एस (इजरायल)
- जीसी 45 (कनाडा)
- नेक्सटर (फ्रांस)
- धनुष (भारत)
और अधिक जानकारी हेतु आप इस DRDO के लिंक पर जा सकते हैं- DRDO about Dhanush