दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना
Deen Dayal Upadhyaya Gram Jyoti Yojana In Hindi
क्या है दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना ?:
भारत सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण के लिए “दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना (DDUGJY)” शुरू की है। ग्रामीण विद्युतीकरण और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली वितरण की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए के लिए तत्कालीन राजीव गांधी ग्राम विद्युतीकरण योजना (RGGVY) को DDUGJY योजना में सम्मिलित किया गया है।
DDUGJY के क्रियान्वयन के लिए रूरल इलेक्ट्रीफिकेशन कारपोरेशन को नोडल एजेंसी के रूप में कार्य में लिया जा रहा है। बिजली मंत्रालय ने DDUGJY –RI के तहत 1,20,804 अविद्युतीकृत गांवों का विद्युतीकरण किया। 3,14,958 आंशिक रूप से विद्युतीकृत गांवों के सघन विद्युतीकरण और 396.45 लाख बीपीएल ग्रामीण परिवारों को मुफ्त बिजली कनेक्शन प्रदान करने के लिए 921 परियोजनाओं को मंजूरी दे दी है। 31 मार्च 2015 की स्थिति के अनुसार, 1,09,524 अविद्युतीकृत गांवों और 3,14,958 आंशिक रूप से विद्युतीकृत गांवों के सघन विद्युतीकरण का काम पूरा हो चुका है और बीपीएल परिवारों को 218.33 लाख मुफ्त बिजली कनेक्शन जारी कर दिया गया है।
योजना का प्रारंभ:
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि और गैर-कृषि उपभोक्ताओं को विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 20 नवंबर, 2014 को प्रारंभ की गई।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना की प्रमुख विशेषताएं:
- सभी गांवों का विद्युतीकरण करना
- कृषि और गैर–कृषि फीडर सुविधाओं को अलग –अलग किया जाएगा।
- ग्रामीण क्षेत्रों में वितरण और उप – पारेषण प्रणाली को मजबूत किया जाएगा जिसमें वितरण ट्रांसफार्मर, फीडर और उपभोक्ताओं के लिए मीटर लगाना सम्मिलित होगा।
- किसानो को पर्याप्त बिजली उपलब्ध कराने के लिए निश्चित सेपरेशन और अन्य उपभोक्ताओं को नियमित आपूर्ति
- सब-ट्रांसमीशन और नेटवर्क में सुधार करना ताकि आपूर्ति की गुंणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार लाया जा सके
- नुकसान कम करने के लिए मीटरिग
योजना को पूर्ण करने के लिए कुल बजट:
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में सरकार की 43,033 करोड़ रुपये के निवेश की योजना है, जिसमें से पूरे कार्यान्वयन की अवधि में भारत सरकार से 33,453 करोड़ रुपये के बजटीय समर्थन की आवश्यकता शामिल हैं। इस योजना के तहत प्राइवेट डिस्कॉम और राज्य के विद्युत विभागों सहित सभी डिस्कॉम वित्तीय सहायता के पात्र हैं। डिस्कॉम ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने लिए विशिष्ट नेटवर्क की आवश्यकता को प्राथमिकता देंगे और योजना के तहत कवरेज के लिए परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करेंगे। ग्रामीण विद्युतीकरण निगम लिमिटेड इस योजना के सञ्चालन के लिए एक प्रकार की नोडल एजेंसी है ।
योजना की पूर्णता में आने वाली बाधाएं:
देश के ग्रामीण कृषि और गैर ग्रामीण उपभोक्ताओं को आम तौर पर स्थानीय वितरण नेटवर्क से सेवाएं मिलती हैं । देश के अनेक ग्रामीण इलाको को अपर्याप्त बिजली आपूर्ति का सामना करना पड़ रहा है । ग्रामीण उपभोक्ताओं के बदलते आधार, जीवन स्तर में सुधार के कारण बिजली की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिसके लिए ग्रामीण बुनियादी ढांचा में वृद्धि की जरुरत है। बिजली वितरण के व्यावासिक स्तर में सुधार के लिए उपभोग्ताओ की सभी श्रेणियों की मीटरिंग करने की आवश्यकता है । वितरण कम्पनियो की वित्तीय हालत ख़राब होने के कारण वितरण नेटवर्क में निवेश काफी कम हुआ है।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के लाभ:
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना से ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत वितरण की अवधि में सुधार होगा। इसके साथ ही अधिक मांग के समय में लोड में कमी, उपभोक्ताओं को मीटर के अनुसार खपत पर आधारित बिजली बिल में सुधार और ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की अधिक सुविधा दी जा सकेगी। परियोजनाओं को अनुमति देने की प्रक्रिया शीघ्र ही प्रारम्भ होगी। अनुमति मिलने के बाद परियोजनाओं को पूरा करने के लिए राज्यों की वितरण कंपनियों और वितरण विभाग को ठेके दिए जाएंगे। ठेके देने की अवधि से 24 महीने के भीतर परियोजनाओं को पूरी किया जाना चाहिए।
- सभी गांवों और घरो का पूर्ण रूप से विद्युतीकरण किया जाएगा।
- कृषि उपजाऊ में वृद्धि पायी जाएगी।
- छोटे और घरेलू उद्यमों के विकास के परिणामस्वरूप रोजगार के नए अवसर
- स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंकिंग (एटीएम) सेवाओं में सुधार
- टेलीविजन, रेडियो,टेलीफोन इत्यादि के नेटवर्क में सुधर पाया जाएगा
- बिजली की उपलब्धता के कारण सामाजिक सुरक्षा में सुधार
- स्कूल,हॉस्पिटल ,पुलिस स्टेशन इत्यादि जगहों पर बिजली की पहुंच में आसानी पाई जाएगी ।
- ग्रामीण क्षेत्रों को विकास में व्यापक प्रगति देखने को मिलेगी।