नए सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के 50 फैक्ट्स | 50 Facts of New Army Chief Bipin Rawat:
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के पिता लक्ष्मण सिंह रावत भी ले. जनरल रहे हैं।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत का विवाह मधुलिका से हुआ, जो सिंधिया स्कूल ग्वालियर की एक पूर्व छात्रा हैं |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की दो बेटियाँ, कृतिका और तारिणी है।
मधुलिका अब दक्षिणी कमान के AWWA की क्षेत्रीय अध्यक्षा हैं |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से स्नातक हैं |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज, वेलिंगटन और हायर कमांड एंड नेशनल डिफेंस कॉलेज कोर्सेज के पूर्व छात्र हैं।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को दिसंबर 1978 में 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन में कमीशन मिला था।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की 1979 में पहली पोस्टिंग मिजोरम में हुई |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत की बटालियन को NEFA में तैनात सर्वश्रेष्ठ बटालियन माना गया |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में ‘स्वॉर्ड ऑफ ऑनर’ प्रदान किया गया था।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को एक सितंबर, 2016 को सेना का उप प्रमुख बनाया गया था।
उप सेना प्रमुख बनने से पहले नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत सेना की दक्षिणी कमान के कमांडर थे।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को अधिक ऊंचाई वाले स्थान पर युद्ध और आतंकवाद विरोधी गतिविधियों का अनुभव प्राप्त है।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत पूर्वी सेक्टर में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इंफेंट्री बटालियन की कमान भी संभाल चुके हैं।
इसके अलावा नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कश्मीर घाटी में राष्ट्रीय राइफल्स और एक इंफेंट्री डिवीजन की कमान भी संभाली है।
साउथ कमांड की कमान संभालते हुए उन्होंने पाकिस्तान से सटी पश्चिमी सीमा पर मैकेनाइजड-वॉरफेयर के साथ-साथ एयरफोर्स और नेवी के साथ बेहतर तालमेल बैठाया.
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में चैप्टर-7 मिशन में बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की भी कमान संभाली है।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को कांगो के उत्कृष्ट कार्य के फलस्वरूप 16 मई 2009 को विल्टन पार्क, लंदन में आयोजित संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के विशेष प्रतिनिधियों और सभी मिशनों के सेना के कमांडरों के विशेष सम्मेलन में शांति प्रवर्तन का संशोधित चार्टर पेश करने के लिए काम सौंपा गया था।
संयुक्त राष्ट्र के साथ काम करते हुए नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को दो बार फोर्स कमांडर प्रशस्ति पुरस्कार प्राप्त हुए हैं।
अपने 35 वर्ष के सेवा काल के दौरान नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को वीरता और विशिष्ट सेवा के लिए पुरस्कृत भी किया गया है, जिनमें यूवाईएसएम, एवीएसएम, वाईएसएम, एसएम, वीएसएम, सीओएएस प्रशस्ति शामिल हैं।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत आईएमए, देहरादून और आर्मी वॉर कॉलेज, महू में प्रशिक्षण गतिविधियों से भी जुड़े रहे हैं।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, डीजीएमओ और सेना मुख्यालय में सेना सचिव शाखा में भी महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत पूर्वी कमान मुख्यालय में मेजर जनरल, जनरल स्टाफ भी रहे हैं।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने विभिन्न पत्रिकाओं और प्रकाशनों में ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ और ‘नेतृत्व’ पर कई लेख लिखा है।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सफलतापूर्वक देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इंदौर से रक्षा और मैनेजमेंट स्टडीज में एम फिल पूरा कर लिया है और मद्रास विश्वविद्यालय से सामरिक और रक्षा अध्ययन में डिग्री लिया है |
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने प्रबंधन में डिप्लोमा और कंप्यूटर स्टडीज में एक और डिप्लोमा किया है।
नए थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सैन्य मीडिया और सामरिक अध्ययन पर अपना शोध पूरा कर लिया है और 2011 में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ में डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया|
पिछले साल म्यांमार में नगा आतंकियों के खिलाफ की गई सफल सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही वे पीएम की निगाहों में आ गए थे. पाक अधिकृत कश्मीर में की गई सर्जिकल स्टाइक में भी उनकी भूमिका महत्वपूर्ण रही है.