स्मरण शक्ति बढ़ाने के सरल उपचार | How to Increase Memory Power in Hindi

Spread the love! Please share!!

स्मरण शक्ति बढ़ाने के सरल उपचार?
How to Increase Memory Power in Hindi

  •  तुलसी के पत्तों का 5 से 20 मि.ली. रस पीने से स्मरणशक्ति बढ़ती है।
  •  पढ़ने के बाद भी याद न रहता हो सुबह एवं रात्रि को दो तीन महीने तक 1 से 2 ग्राम ब्राह्मी तथा शंखपुष्पी लेने से लाभ होता है।
  •   10 ग्राम शहद के साथ 1 से 2 ग्राम भांगरा चूर्ण अथवा 1 से 2 ग्राम शंखावली के साथ उतना ही आँवला चूर्ण खाने से स्मरणशक्ति बढ़ती है।

  •  बादाम की गिरी, चारोली एवं खसखस को बारीक पीसकर, दूध में उबालकर, खीर बनाकर उसमें गाय का घी एवं मिश्री डालकर पीने से दिमाग पुष्ट होता है।
  •  दस ग्राम सौंफ को अधकूटी करके 100 ग्राम पानी में खूब उबालें। 25 ग्राम पानी शेष रहने पर उसमें 100 ग्राम दूध, 1 चम्मच शक्कर एवं एक चम्मच घी मिलाकर सुबह-शाम पियें। घी न हो तो एक बादाम पीसकर डालें। इससे दिमागी शक्ति बढ़ती है।

  • 10 बादाम रात को पानी में भिगो दें। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बना लें और अब एक गिलास गर्म दूध में बादाम का पेस्ट घोल कर इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें। दूध जब हल्का गर्म हो तब पिएं। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न खाएं।
  • ब्राह्मी स्मरण शक्ति बढ़ाने की मशहूर जड़ी-बूटी है। रोज इसका एक चम्मच रस और याददाश्त बेहतर बनाने में मदद करता है।

  • रोज सेब का सेवन करना भी स्मरण शक्ति के लिए बहुत फायदेमंद है
  • एक गाजर और पत्ता गोभी के 10-12 पत्ते काट लें। इस पर हरा धनिया काटकर डाल दें। फिर उसमें सेंधा नमक, काली मिर्च का पावडर और नीबू का रस मिलाकर खूब चबा-चबाकर खाया करें।
  • मेहंदी और याददाश्त का कनेक्शन बहुत पुराना है | मेहंदी के पत्तों में बहुत शक्ति होती है। इसकी महक में कारनोसिक एसिड पाया जाता है। जिससे दिमाग की मांसपेशियां एक्टिव होती है। इससे खोई हुई याददाश्त भी वापस आ सकती है।

  • 4-5 बादाम की गिरी पीसकर गाय के दूध और मिश्री में मिलाकर पीने से मानसिक शक्ति बढ़ती है।
  • सिर व गर्दन के पीछे बीच में मेडुला नाड़ी होती है। इस पर अंगुली से 3-4 मिनट मालिश करें। इससे एकाग्रता बढ़ती है और पढ़ा हुआ याद रहता है।


Spread the love! Please share!!
Shweta Pratap

I am a defense geek

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is the copyright of Shivesh Pratap.