भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (Inland Waterways Authority of India- IWAI):
स्थापना : 27 अक्तूबर 1986
मुख्यालय: A-13, Block A, Sector 1, नोएडा, उत्तरप्रदेश 201301
क्षेत्रीय कार्यालय: पटना, कोलकाता, गुवाहाटी, कोच्चि |
शाखा कार्यालय: इलाहाबाद, बलिया, भागलपुर, फरक्का व कोल्लम|
भारत में 14500 किमी. लम्बा नौगम्य जलमार्ग है| आपको जानकार आश्चर्य होगा कि आंतरिक जलमार्गों (Internal Waterways) से 0.15% कार्गो (cargo) की आवाजाही होती है|
जलमार्गों को प्राकृतिक पथ कहा जाता है। क्योंकि इसे आदमी ने नहीं प्रकृति ने बनाया है। यही प्राकृतिक पथ हमारी परिवहन की जीवनरेखा है|
भारत में स्वत्रंता (1947) के बाद अब तक 6 घोषित राष्ट्रीय राजमार्गों में से केवल तीन ही सक्रिय हो सके हैं। पहला गंगा-भागीरथी-हुगली का जलमार्ग है दूसरा असम में ब्रह्मपुत्र और तीसरा केरल का जलमार्ग। अब तक घोषित हो चुके राष्ट्रीय जलमार्गों का क्रमवार विवरण तालिका में इस प्रकार से है-
स्वीकृत जलमार्ग तालिका:
जलमार्ग | क्षेत्र | लम्बाई | वर्ष |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-1 | गंगा-भागीरथी-हुगली नदी प्रणाली | 1620 किमी | 1986 |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-2 | ब्रह्मपुत्र-सादिया से धुबरी | 891 किमी | 1988 |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-3 | केरल | 205 किमी | 1993 |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-4 | आन्ध्र प्रदेश, तमिलनाडु एवं पुडुचेरी | 1095 किमी | 2008 |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-5 | ओड़िशा तथा पश्चिम बंगाल | 623 किमी | 2008 |
राष्ट्रीय जलमार्ग संख्या-6 | लखीमपुर से भांगा तक | 121 किमी | 2013 |