पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना
Pandit Deendayal Upadhyay Shramev Jayate Yojana in Hindi
क्या है ? पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 16 अक्टूबर 2014 को पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना का प्रारम्भ किया |
मोदी जी ने इस बात पर अधिक ज़ोर दिया कि राष्ट्र निर्माण के लिए श्रम की जरुरत है और हमें श्रमिकों के प्रति अपना नज़रिया बदलना चाहिए।
देश के विकास में ‘श्रमेव जयते’ की उतनी ही अहमियत है जितनी ‘सत्यमेव जयते’ की |
श्रमेव जयते योजना असल में मेक इन इंडिया विजन का ही एक अहम हिस्सा है क्योंकि इससे बड़ी संख्या में युवाओं को कौशल विकास करने का रास्ता साफ होगा |
इसके साथ ही भारत को आने वाले वर्षों में काबिल कर्मचारियों की वैश्विक जरुरत को पूरा करने में सहायता मिलेगी।
इसके दौरान प्रधानमंत्री जी ने श्रमिक हित में पांच महत्त्वपूर्ण योजना चालू की जिसमे श्रमिको को हित को देखते हुए चालू किया है।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय श्रमेव जयते योजना का उद्देश्य:
इस योजना के तहत कुछ अहम श्रम सुधार किए जाएंगे। ऐसे सुधार जो न केवल श्रमिकों को खुश करेंगे बल्कि भारत के उद्योग डगर की जरुरतों को भी पूरा करेंगे।
श्रमेव जयते योजना के तहत ऐसे कदम उठाए जाएंगे जो व्यवसाय करने में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सक्षम होंगी तथा अनुपालन समय एंव लागत में कमी लाने में प्रर्बल।
श्रमेव जयते योजना के ज़रिए देश में औद्योगिक विकास में सहायक वातावरण स्थापित करना है।
श्रमिक हित के लिए पांच महत्त्वपूर्ण कार्यक्रम:
श्रम सुविधा यानि यूनिफाइड लेबर पोर्टल होगा जिसके तहत 6-7 लाख उद्योगों को सेल्फ सर्टिफिकेशन और सिंगल ऑनलाइन रिटर्न भरने की सुविधा होगी |साथ ही एक जिम्मेवार लेबर इंस्पेक्शन की योजना भी होगी।
योजना की सहायता से केंद्रीय परिक्षेत्र की प्रमुख 4 संस्थाओं जैसे श्रमायुक्त कार्यालय, भविष्य निधि कार्यालय, राज्य कर्मचारी बीमा संगठन एंव खान सुरक्षा निदेशालय में परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाएगा |
मजदूरों के पीपीएफ के लिए एक UAN यानि यूनिवर्सल एकाउंट नंबर मिलेगा जो कंपनी बदलने के बाद भी नहीं बदलेगा।
वोकेशनल ट्रेनिंग की सुविधा दी जाएगी जो स्थानीय मांग और जरूरतों के हिसाब से तय होंगी।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना को असंगठित क्षेत्र के मजदूरों पर भी लागू किया जाएगा।
अप्रेंटिस प्रोत्साहन योजना भी इसका हिस्सा होगी जिसके तहत युवाओं को रोजगार मिलना आसान हो जाएगा।
श्रमेव जयते योजना का विशेषता:
6.50 लाख संस्थाओं व 1,800 इंस्पेक्टरों को यूनिफाइड लेबर पोर्टल के बारे में SMS भेजे जाएंगे |
नई श्रम निरीक्षण योजना के तहत श्रम निरीक्षकों को एक बनी-बनाई लिस्ट मिलेगी, जिसमें उन्हें बताया जाएगा कि उन्हें इंस्पेक्शन के लिए कहां जाना है|
इंस्पेक्टरों को निरीक्षण पूरा करने के 72 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट को पोर्टल पर डालना होगा|
एक पारदर्शी निरीक्षण योजना अनुपालन तंत्र में मनमानेपन पर अंकुश लगाया जा सकेता वहीं प्रवर्तन एजेंसियों के 1800 श्रम निरीक्षकों को SMS या फिर ईमेल के ज़रिए जानकारी भेजी जाएगी।
पोर्टल की मदद से समय पर शिकायत का निवारण होगा।
श्रमेव जयते योजना से विश्वास बढ़ेगा युवाओं की काबिलियत बढ़ेगी और व्यवसाय करना आसान होगा |