Hindi Thoughts for School Assembly | Hindi Thoughts for School Students

“केवल थोड़े से कुकर्म, बहुत से गुणों को दूषित करने में समर्थ होते हैं.”  -प्लूटार्क “जो मनुष्य अपने क्रोध को अपने ही ऊपर झेल लेता है, वह दूसरों के क्रोध…

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