21 मार्च 2015 को हमारा हिंदू नववर्ष नव संवत्सर 2072 आरंभ हो रहा हे ।
सभी देश प्रेमी ओर संस्कृति प्रेमी भाइयो से अनुरोध करता हूँ की 21 मार्च को अपने हित मित्र संबंधी रिश्तेदारोँ को वैसे ही शुभकामनाए भेजे जैसे 1 जनवरी को भेजते हैं ।
सभी से अनुरोध करता हूँ कि आप सोशल मीडिया के अपने पेज पर जरुर लोगोँ को सूचित करेँ एवम कम से कम 10 लोगो को 21 मार्च को नववर्ष मनाने के लिए आग्रह करें ।
2072 साल पहले विक्रम संवत् के प्रारंभ के इसी दिन उज्जैन के महान सम्राट विक्रमादित्य ने शकों को पराजित कर भारत माता को पुन: संगठित कर भारतीय संस्कृति की पताका फहराई थी । आपको जानकर आश्चर्य होगा की शकों ने अयोध्या तक की पूरे उत्तर भारत की भूमि को अपने कब्जे मेँ ले लिया था ओर विक्रमादित्य ने शको को हिंदुकुश के उस पार कर अयोध्या मेँ भगवान श्री राम की नगरी का पुनर्निर्माण किया ।
“शकारि” विक्रमादित्य वह महान हिंदू भारतीय राजा थे जिनके शासनकाल मेँ कालिदास जेसे महाकवि हुए ओर चंद्रगुप्त ॥ ने सम्राट की उपाधि लेने के लिए इसी विक्रमादित्य के नाम की उपाधि धारण कर चंद्रगुप्त विक्रमादित्य कहलाए।
कई बार कुछ युवा हिंदू भाई विक्रमादित्य एवम चंद्रगुप्त विक्रमादित्य मेँ भ्रमित होते हैं ।
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#शुभ_नवसंवत्सर
#HappyHinduNewYear
#Nav_Samvatsar2072
sakari vikramditya ka kaal 3300 varsha poorva ka hai aur chandra gupt ka 2000- 2100 varsh poorva ka stya yeh hi ki chandragupt ne naa kewal vikramaditya ke samman mein wahi upadhi dharan ki apitu samvat bhi chalaya tha- vikramaditya shak shodit pravah manah upadhi vale sukhsen kayastha the aur gupt samrat ambashth kayastha – dharma gotra ke the
Hi Himanshu
Thanks to your comments.
Shakari Vikramaditya was born on 102 BC (2017 years) and died on 15 AD it means in Yugabd 3000 years.
Chandragupt 2 rule spanned 380-415 CE means 1600 years back.