यह एक ऐसी तकनीकी है जहाँ हम प्रश्नों के माध्यम से समस्या के पहलुओं का विश्लेषण करते हैं | गुणवत्ता प्रबंधन एवं सिक्स सिग्मा के विश्लेषण (analysis) प्रक्रिया में इसके द्वारा समस्या का पता लगाने का क्रमिक स्तर बड़ा ही महत्वपूर्ण है | RCA(मूल कारण विश्लेषण) और preventive maintenance (निवारक अनुरक्षण) एक कंपनी में समस्याओं का पता लगाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होता है ।
इस तकनीक को टोयोटा उत्पादन प्रणाली ने भी अपनाया और इसके अनुसार माना जाता है कि तकनीकी समस्या के पीछे वास्तव में एक मानव समस्या होती है | इसी समस्या का पता लगाने हेतु जो प्रश्नोत्तर प्रक्रिया अपनाइ जाती है उसे पञ्चकिमर्थ (5WHYs) कहा जाता है। लगातार पांच “क्यों” के जवाब में हम समस्याओं के लक्षणों से होते हुए उसके मूल तक पहुँच पाने में सक्षम होते हैं |
पञ्चकिमर्थ (5WHYs) का उदहारण :
यह कैसे काम करता है;
समस्या : फ्लिपकार्ट के सेल के दिन उसका वेबसाईट सर्वर फेल हो गया |
- क्यों? विशेष रूप से सर्वर विफल रहा है।
- क्यों सर्वर असफल हो गए? एक सबसिस्टम गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था।
- ऐसा क्यों है कि गलत तरीके से इस्तेमाल किया गया था? इंजीनियर को यह ठीक से उपयोग करने के लिए कैसे पता नहीं था ।
- क्यों पता नहीं था? प्रशिक्षित नहीं था।
- वह प्रशिक्षित नहीं किया गया था? क्यों ? क्योंकि उनके प्रबंधक और अन्य इंजीनियर “बहुत व्यस्त है।”
उपरोक्त प्रश्नोत्तरी से हम पाते हैं की एक विशुद्ध तकनीकी खराबी के पीछे एक मानव प्रबंधकीय कमी किस प्रकार सामने आ रही है | पारंपरिक TPS मूल कारण के त्वरित निवारण पर जोर देता है और हम इस बात पर उतना होमवर्क नहीं करते की समस्या क्यों पैदा हुई एवं आगे इस प्रकार की समस्या न पैदा हो | लेकिन उपरोक्त “क्यों” प्रश्नोत्तरी में एक अलग दृष्टिकोण का पता चलता है यह पदानुक्रम के पाँच स्तरों में से प्रत्येक में एक ध्यान देने की जरुरत है | दूसरे शब्दों में, सर्वर को ठीक करने, कम त्रुटि वाला सिस्टम बनाने, इंजीनियर को शिक्षित करने, सबसिस्टम को बदलने, और हाँ, उनके प्रबंधक के साथ एक बातचीत करने की आवश्यकता का पता पर बल देता है ।
पञ्चकिमर्थ (5WHYs) का लाभ :
- इस प्रक्रिया में सूचनाओं की आवश्यकता नहीं होती है |
- किसी सांख्यिकीय गणना की आवश्यकता नहीं होती है |
- मूल कारणों का पता लगाने का अति व्यावहारिक माध्यम है |
- किसी एक समस्या के कई मूल कारणों में सह संबंधों का पता भी चलता है | जैसे किसी सर्वर के फ़ैल होने का कारण स्टाफ की कमी के कारण इन्जीनियर पर अत्यधिक दबाव एवं कौशल की कमी दो अलग अलग कारण है |
पञ्चकिमर्थ (5WHYs) का प्रयोग :
इस प्रक्रिया में निपुण होकर हम अपने कार्यस्थल पर किसी भी समस्या के मुख्य कारक का पता लगा सकते हैं और फिर इसके निवारण पर ज्यादा सटीक रूप से ध्यान दिया जा सकता है | अब चाहे वो समस्या सेवा क्षेत्र, विनिर्माण, चिकित्सा या अपने निजी परिवार में ही क्यों न हो |
एडवर्ड होडनेट ने कहा है की यदि आप सही प्रश्न नहीं जान सकते तो आप सही उत्तर तक नहीं पहुँच सकते हैं | एक सही प्रश्न स्वयं आपको उत्तर की सही दिशा में ले जा सकता है |
very nice discussion with modern live example
nice post and good knowlage