A-GPS (असिस्टेड जीपीएस) जीपीएस आधारित पोजीशनिंग सिस्टम के शुरू होने की प्रक्रिया मे तेजी लाने के लिए प्रयोग किया जाता है। जब GPS सिग्नल कमजोर होता है तब जीपीएस सेवाएँ बाधित होती हैं और ऐसे मे आपका डिवाइस जीपीएस उपग्रह से लॉक नहीं हो पाता तब ऐसी समस्या मे ए-जीपीएस लाकिंग को प्राप्त करने में सहायता करता है |
हालांकि, यह एक सहायक सर्वर का उपयोग करके लाक प्रक्रिया को पूरा करता है, इसलिए इसे डेटा कनेक्शन की आवश्यकता होती है और इसके लिए अन्य सेवा प्रदाता कंपनियाँ पैसे भी वसूल सकती हैं।
असिस्टेड जीपीएस एक वेब आधारित इंटरनेट सर्वर (एक सहायता सर्वर) है जो कि पहले से ही वर्तमान उपग्रहों की जानकारी रखता है और यह सर्वर डिवाईस को उपग्रह से लाक कर सिगनल कनेक्शन समस्या को सुलझाने मे मदद करता है | उपग्रह तथा डिवाइस को जीपीआरएस (सेलफोन डेटा कनेक्शन सेवा) के द्वारा तेजी से जोड दिया जाता है जो समान्य रेडियो संकेतों का उपयोग करके प्राप्त करने मे समय लगता है |
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Assisted GPS (A-GPS) is used to speed up start-up times of GPS-based positioning systems. GPS may have problems getting a lock when the signal is weak and in such a case A-GPS would assist in getting a lock.
This, however, is achieved by the use of an Assistance Server, so a data connection is required and charges may apply for the data transfer.
Nice Article (Y)
Thanks
Shivesh Bhai – Thanks for the information.. ek baat janna chahta hoo ki GPS ke liye koi third party software bhi hai jo hum apne mobile mai install kr sake..please let me know…