खसखस क्या होता है? What is KhusKhus?
वानस्पतिक नाम: वेटिवीरिआ जिजेनिऑयडीज
संस्कृत नाम: खसा, उशीर
परिवार: पेपावेरेसी
वाणिज्यिक अंग: बीज
खसखस का परिचय:
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Khus Khus एक सुगंधित पौधा है। इसका वानस्पतिक नाम वेटिवीरिआ जिजेनिऑयडीज है जिसकी व्युत्पत्ति तमिल के शब्द वेटिवर से हुई है।
- यह सुगंधित, पतले एकवर्ध्यक्ष का लंबे पुष्पगुच्छवाला वर्षानुवर्षी पौधा है।
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बीज बहुसंख्यक, बहुत छोटे तैलीय भ्रूणपोष सहित सफेद घूसर होते हैं खसखस स्वरपरागित पौधा है।
- Khus Khus बीज ही मसाले के रूप में प्रयुक्त होता है।
खसखस का पौधा एवं उत्पादन:
- खसखस का उद्गम स्थान यूरोप के पश्चिमी मेडिट्टरेनियन का क्षेत्र है|
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यह भारत, U.S.S.R मिस्र, यूगोस्लाविया, पोलैंड, जर्मनी, चीन, जापान, अर्जेन्टीना, स्पेइन, बलगेरिया, हंगरी एवं पुर्तगाल में कानूनन औषधीय प्रयोग के लिए बढाया जाता है।
- Khus Khus शीतोष्ण एवं उपोष्ण प्रदेशों में बढाया जाता है और अच्छी जल-निकासवाली, अधिक उर्वरा, तरल काली कपासी मिट्टी जिसमें ऊमदा रेत अच्छे प्रतिशत में विद्यामान हो|
- भारत में यह एक लाइसेंस की फसल है चूँकि इसको पक्व फलों से प्राप्त लैटेक्स एक स्वापक पदार्थ ओपियम के उत्पादन केलिए संगृहीत किया जाता हे।
खसखस का उपयोग:
- खसखस बीज खाद्य एवं एक वज़ा तेल स्रोत के रूप में प्रयुक्त होता है।
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Khus Khus उच्च पौष्टिक स्वभाव के कारण यह ब्रेड, केक, कुकीस, पेस्ट्रीस, करी, स्वीट्स एवं मिष्ठान्नों में प्रयुक्त होता है।
- इसके बीज शामक है और कब्ज के विरुद्ध प्रयुक्त होते है।
- कैप्स्यूल प्रदाहजनक खाँसी एवं उन्निद्र अवस्था में सिरप या सार के रूप में उपशामक बतौर प्रयुक्त होता है।
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इसका प्रकंद rhizome बहुत सुगंधित होता है। प्रकंद का उपयोग भारत में इत्र बनाने और ओषधि के रूप में प्राचीन काल से हो रहा है।
- पौधे की जड़ों का उपयोग विशेष प्रकार का पर्दा बनाने में होता है जिसे ‘खस की टाट्टी’ कहते हैं।
खसखस के फायदे (Benefits of KhusKhus in Hindi):
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खसखस को दर्द निवारक के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसमें पाया जाने वाला ओपियम एल्कलॉइड्स सभी प्रकार के दर्द को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- इसका प्रयोग मांसपेशियों के दर्द में किया जाता है। खसखस का तेल भी बाजार में उपलब्ध होता है, जिसका प्रयोग दर्द वाले स्थान पर किया जाता है।
- त्वचा की सेहत के लिए खसखस बहुत ही फायदेमंद होता है। यदि त्वचा में खुजली या जलन हो तो खसखस का इस्तेमाल करें। यह एक्जिमा को भी ठीक करता है। खसखस के बीजों को पीसकर चूर्ण बना लें और इसे दूध में मिलाकर फैस पैक तैयार करें।
- सोने से पहले खसखस का गर्म दूध पीना आपके लिए बेहद फायदेमंद हो सकता है। यह अनिद्रा की समस्या को दूर करता है। यह आपको नींद लेने के लिए प्रेरित करेगा।
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आपको अपने खाने में खसखस का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह एन्टीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल होता है जिससे शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम हो जाता है।
- खसखस प्राकृतिक औषधि है। जो हमारी रसायन तंत्रिका को ठीक रखती है जिससे खांसी की बीमारी ठीक होती हैं।
- सांस की परेशानी होने पर खसखस का प्रयोग करना बेहद फायदेमंद होता है।
- खसखस किडनी में पथरी के गठन को रोकने में बहुत कारगर होता है। खसखस में मौजूद ओक्सलेट्स शरीर से अतिरिक्त कैल्शियम को अवशोषित करता है जिससे किडनी में क्रिस्टलीकरण रोकने में मदद मिलती है। यह सब किडनी में पथरी को बनने से रोकता है।
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Khas khas hota kaya hai . Sayad ye posta Dana hota hai