नरेन्द्र मोदी की पावरलूम उद्योग सौर ऊर्जा योजना

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पावरलूम उद्योग का एक परिचय:

विद्युत करघा या पावरलूम (Powerloom) कपड़ा बुनने हेतु प्रयोग में लाया जाने वाला एक विद्युत चालित यांत्रिक उपकरण है। भारत में समग्र वस्त्र मूल्य शृंखला में विद्युत करघों का प्रमुख स्थान है। वर्ष 2013 में किए गए विद्युत करघा सर्वेक्षण के अनुसार, Decentralized Sector में 24.86 लाख विद्युत करघे हैं, जिसमें से 1.03 लाख (4.1%) शटलरहित (Shuttleless) करघे हैं।

इनका देश के कुल वस्त्र उत्पादन में 57 प्रतिशत से अधिक का योगदान है, साथ ही यह क्षेत्र लगभग 44.86 लाख लोगों को रोजगार भी प्रदान करता है। देश में विद्युत करघों द्वारा निर्मित लगभग 60 प्रतिशत कपड़ों एवं वस्त्रों का निर्यात कर दिया जाता है।

पावरलूम उद्योग सौर ऊर्जा योजना का उद्देश्य:

बिना बैटरी बैक अप के ग्रीड सोलर फोटो वोल्टीक प्लान्ट एवं बैटरी बैक अप सहित ऑफ ग्रीड सोलर फोटो वोल्टीक प्लान्ट छोटे विद्युत करघा इकाइंयों को वित्तीय सहायता /पूंजीगत आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है जिससे बुनकरों को विद्युत की कमी एवं कटौती से राहत मिल सकें ।

पावरलूम उद्योग सौर ऊर्जा योजना की पात्रता:

विद्युत करघा की ऐसी इकाई जिनमें 8 करघें तक लगे हों ।

वस्त्र आयुक्त के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय द्वारा जारी विद्युत करघा पावती पत्र होनी चाहिए ।

इकाई के पास शेड रहित छत / जगह होनी चाहिए ।

 


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Shivesh Pratap

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