पिचाई सुंदरराजन, गूगल के भावी नीति निर्माता हैं|
Alphabate नामक एक नई होल्डिंग कंपनी के तहत गूगल अपनी कंपनी का पुनर्गठन कर रही है | और सब कुछ शामिल करने के लिए एक मेगा योजना का अनावरण कर रही है । इसके लिए सबसे बेहतर नेतृत्व और विजन हेतु सुंदर पिचाई (43) को सोमवार (10 अगस्त) को सिलिकॉन वैली के विशालकाय गूगल कार्यालय का मुख्य कार्यकारी अधिकारी नामित किया गया । उनकी नियुक्ति उन्हे नवीनतम भारतीय अमेरिकी प्रौद्योगिकी उद्योग में एक उच्च प्रोफ़ाइल वाला कमाऊ पेशेवर बनाता है। माइक्रोसॉफ्ट के सत्य नदेला अन्य उल्लेखनीय उदाहरण है।
गूगल विचारक से सीईओ तक का सफ़र तय करने वाली सुंदर पिचाई के बारे में जानने के लिए 10 उल्लेखनीय बातें –
1.पिचाई चेन्नई में पैदा हुए, और पद्म शेषाद्रि बाल भवन से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। बाद में उन्होंने आइआइटी खड़गपुर से मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में प्रौद्योगिकी (बीटेक) की डिग्री के अर्जित किया। फिर मास्टर्स हेतु वह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययन करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए चले गए जहाँ वह गूगल के संस्थापक और कई अन्य गूगलर्स के साथ परिचित हुए।
2.Google में शामिल होने से पहले, पिचाई ने प्रबंधन परामर्श में मैकिन्से एंड कंपनी के लिए काम किया। गूगल टूलबार को पुनर्जीवित करने के बाद पिचाई गूगल के सह संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी लैरी पेज के नीचे गूगल के सबसे शक्तिशाली इंजीनियर के रूप में काम करते रहे । पिछले साल के अंत में एक प्रबंधन फेरबदल से पिचाई का कद और बडा हो गया था क्यों की गूगल ने अपने $ 74000000000 राजस्व प्रबंधन का पूरा नियंत्रण इन्हे दे दिया ।
3. पिचाई अपनी बेहतरीन इंजीनियरिंग प्रतिभा के साथ अच्छे बास और शांत स्वभाव हेतु गूगल में जाने जाते हैं । गूगल क्रोम और क्रोम ओएस के रूप में बेहतरीन प्रोडक्ट एवं गूगल की ग्राहक सॉफ्टवेयर उत्पादों के प्रबंधन और नवाचार के लिए वे खासे लोकप्रिय है। उन्होंने आगे गूगल के क्रोम ओएस और ब्राउज़र ड्राइविंग के लिए जिम्मेदार और मुख्य रणनीतिकार माना जा रहा है। सन् 2008 में दुनिया गूगल क्रोम से परिचित करवाने वाले व्यक्ति सुंदर पिचाई ही हैं।
4) दुनिया ने जब प्रतिक्रिया व्यक्त किया कि “क्रोम कैसे इंटरनेट एक्सप्लोरर और Firefox के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकता है?” इस पूर्वाग्रह के बावजूद पिचाई की दूरदर्शिता ने क्रोम को संसार के सबसे लोकप्रिय ब्राउजर में बदल दिया । अभी तक क्रोम दुनिया का सबसे इस्तेमाल किया वेब ब्राउज़र बन गया है। क्रोम भी सीएनएन मनी में एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी स्कूलों से ज्यादातर इस्तेमाल Chrome बुक लैपटॉप हो रहे हैं और इस तरह क्रोम OS एक सफल ऑपरेटिंग सिस्टम बन रहा है ।
5) गूगल के सीईओ के रूप में चुनाव उनके राज्याभिषेक जैसा है। और इस तरह पूरा गूगल साम्राज्य पर उनका कब्जा हो गया है । अब सब कुछ उनके दायरे में हो जाएगा खोज, विज्ञापन, नक्शे, एंड्रॉयड, क्रोम और यूट्यूब।
6) गूगल की इंटरनेट कारोबार के प्रमुख के रूप में पिचाई की मुख्य जिम्मेदारी है गूगल के पूरे प्रबंध को नयी संरचना में ढालना । उन्होंने जापानी इंटरनेट निवेश कंपनी सॉफ्टबैंक में नंबर दो बनने के आफर को भी ठुकरा दिया था , जो उसके CEO निकेश अरोड़ा के इस्तीफे से रिक्त हो गया था |
7. 2011 में सुन्दर ने सबका ध्यान अपनी ओर तब आकर्षित किया जब की ट्विटर ने उन्हें जेसन गोल्डमन की जगह “प्रोजेक्ट लीड” बनने का आफर दिया | परन्तु पिचाई ने गूगल के साथ बने रहने का निर्णय लिया |
8. पिचाई सैमसंग जैसे भागीदारों के साथ अच्छे संबंधों को रखने के लिए जिम्मेदार आदमी माने जाते है। उन्होंने हाल ही में माइक्रोमैक्स, स्पाइस और कार्बन की तरह स्थानीय निर्माताओं के साथ हाथ मिलाकर भारत में एंड्रॉयड के विस्तार की एक पहल प्रारंभ किया है |
9. पिचाई की परवरिश एक साधारण परिवार में हुई है। उनका परिवार दो कमरे के मकान में रहता था। परिवार के एक टेलीविजन, या एक कार भी नहीं था जैसा की एक औसत मध्यमवर्गीय परिवारों में होता है । लेकिन पिचाई के पिता जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी में नौकरी करते थे और शायद इसलिए भी सुन्दर के मन में आंशिक रूप से प्रौद्योगिकी के प्रति झुकाव रहा ।
10. न्यूयॉर्क टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के उदय के दौरान, पिचाई युवा थे परन्तु पिछले साल, पिचाई माइक्रोसॉफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी स्टीवन बाल्मर के विकल्प के रूप में माने जाने लगे।
11.पिचाई अपने मृदुल व्यवहार और डिप्लोमैटिक स्वाभाव हेतु जाने जाते हैं | 2013 में उन्होंने गूगल के लैरी पेज को दक्षिण कोरिया के सैमसंग औद्योगिक केंद्र में घुमा कर सैमसंग के साथ अपनी रणनीतिक कुशलता का भी परिचय दिया |
12. सुन्दर दो बच्चों के पिता हैं और अंजलि से उन्होंने विवाह किया | वर्तमान में सुन्दर अमेरिका की नागरिकता धारण कर चुके हैं |