हींग कैसे बनती है? हींग का पेड़?
भारतीय मसालों में से एक हींग अपने स्वाद और खूशबू के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। खाना बनाते समय इसे उपयोग में लाने से न केवल भोजन स्वादिष्ट बनता है बल्कि सेहत के लिए सही भी रहता है।
पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले फेरुल फोइटिडा के पौधे से रस निकालकर उसे किसी बर्तन में डालकर सुखा लिया जाता है। सुखा लेने के बाद स्वादिष्ट हींग प्राप्त होती है| हींग की खेती ज्यादातर बलूचिस्तान, ईरान और अफगानिस्तान आदि देशों में होती है।
हींग के औषधीय गुण | हींग के लाभ:
हींग पारंपरिक दवा में एक प्रमुख स्थान भी रखता है। इसके स्वास्थ्य लाभ का श्रेय इसके एंटी-वायरल, एंटी-बायोटिक, एंटी-
ऑक्सिडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी, शामक, मूत्रवर्धक और एंटी-कार्सिनोजेनिक गुणों को जाता है।
रोज सुबह दोपहर और शाम लगभग 240 मिलीग्राम हींग को तीन-चार मुनकों में भरकर खिलाने से एक सप्ताह के अंदर ही निमोनिया ठीक हो सकता है।
आयुर्वेद में हींग को काफी शक्तिशाली माना जाता है 1 ग्राम तक सेंकी हुई हींग थोड़े से गर्म पानी में मिलाकर धीरे से पीने से गले में जमा हुआ कफ और खांसी आदि में लाभ होता है।
खांसी बलगम के लिये 1-1 ग्राम हींग, सोंठ और मुलहठी को बारीक पीसकर गुड़ मिला मिलाकर चने के आकार के छोटे-छोटे गोलियां बनाकर रखो। यह गोली 1-1 रोज़ा सुबह और शाम ले।
दांतों के दर्द के लिए हींग को बहुत ही गुणकारी माना जाता है हींग में एंटी इन्फ्लेमेन्टरी एंटीबायोटिक और एंटीओक्सीडेंट गुणों के कारण दर्द दांतों में होने वाली दर्द में सहायक होता है और दर्द कम होता है।
बच्चों की काली खांसी में हींग:
काली खांसी में बच्चों के सीने पर हींग का लेप करने से फायदा मिलता है 2 ग्राम हींग को 2 ग्राम गुड़ में मिलाकर सुबह और शाम दें।
घृत भर्जित हींग:
भूख ना लगने वाली परेशानी में हींग बहुत सहायक है खाने से पहले घी में भुनी हुई हींग और एक टुकड़ा मक्खन के साथ लें।
देशी घी में भुनी हुई हींग 1 ग्राम से लेकर 2 ग्राम मात्रा में अजवायन और काले नमक के चूर्ण के साथ पानी में घोलकर रोजाना दिन और रात को सेवन करने से पेट की गैस और कब्ज से छुटकारा मिलता है।
हींग के नुकसान:
इसका ज्यादा इस्तेमाल करने से आपके होंट सूज सकते हैं,
गैस की समस्या उत्पन हो सकती है,
त्वचा लाल पड़ने लगती है,
इसे ज्यादा खाने से सिरदर्द और चक्कर आने लगता है,
उच्च या निम्न रक्तचाप की समस्या आने लगती है।
heng ni kheti krvi hoi to marg drsn aapjo
हींग की खेती करनी है जिला -भीलवाड़ा राजस्थान
7727910666
हींग के पेड़ की पहचान कैसे कर सकते है
क्या म.प्र. मे हीँग की खेती हो सकती है।